
बिहार अपने फिल्म उद्योग के सपनों को साकार करने की ओर एक बड़ी छलांग लगाने वाला है। बांका जिले का दौरा करने आए बॉलीवुड कलाकारों और फिल्म निर्माताओं की टीम ने यहां की प्राकृतिक खूबसूरती, शांत वातावरण और पर्याप्त भूमि को फिल्म सिटी के लिए पूरी तरह उपयुक्त बताया है। सकारात्मक मूल्यांकन के बाद अब इस बात की प्रबल संभावना है कि बिहार की पहली फिल्म सिटी जल्द ही बांका में आकार ले सकती है।
बिहार का बांका जिला अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है, लेकिन अब यह क्षेत्र मनोरंजन उद्योग के नए केंद्र के रूप में भी उभर सकता है। जिले में बड़ी फिल्म सिटी विकसित करने की संभावनाओं को लेकर हाल ही में पटना के अधिकारियों और बॉलीवुड से जुड़े कलाकारों ने बांका का दौरा किया। टीम ने विभिन्न लोकेशनों का निरीक्षण कर फिल्म सिटी निर्माण के लिए आवश्यक सुविधाओं और भू-भाग का मूल्यांकन किया और बांका को इस परियोजना के लिए उपयुक्त माना। बिहार सरकार भी इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रही है। इसी क्रम में कला एवं संस्कृति विभाग की टीम गुरुवार को बांका पहुंची। सचिव प्रणव कुमार, कलेक्टर नवदीप शुक्ला और बॉलीवुड अभिनेत्री नीतू चंद्रा की मौजूदगी मंक टीम ने ओढ़नी जलाशय और आसपास के प्राकृतिक स्थलों का मुआयना किया। निरीक्षण के दौरान इलाके की भौगोलिक स्थिति, पहुंच मार्ग, प्राकृतिक संसाधन और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इन्फ्रास्ट्रक्चर का आकलन किया गया। टीम ने बांका को फिल्म सिटी के निर्माण के लिए अत्यंत अनुकूल जगह माना है।
फिल्म सिटी की स्थापना से बांका में फिल्म निर्माण गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए द्वार खुलेंगे। राज्य के उभरते कलाकारों को भी अपने ही प्रदेश में अवसर प्राप्त होंगे। मंदार पर्वत, ओढ़नी डैम, हनुमाना डैम, झरना पहाड़, चांदन डैम और जेठौरनाथ मंदिर जैसे प्राकृतिक और ऐतिहासिक स्थल फिल्मांकन के लिए बेहतरीन लोकेशन बन सकते हैं। सरकार का उद्देश्य फिल्म निर्माताओं को कम लागत में आवश्यक संसाधन और सुविधाएँ उपलब्ध कराना है, जिससे न सिर्फ फिल्म उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि बांका और आसपास के क्षेत्रों में पर्यटन को भी नई गति मिल सकती है। फिल्म सिटी की इस परियोजना को लेकर स्थानीय स्तर पर उत्साह देखा जा रहा है और अंतिम निर्णय का इंतजार किया जा रहा है।