
बिहार के सड़क नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बहुप्रतीक्षित भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन सड़क परियोजना को आधिकारिक मंजूरी दे दी है। इस महत्वपूर्ण परियोजना के लिए कुल 1863 करोड़ रुपये का विशाल बजट स्वीकृत किया गया है। यह फोरलेन सड़क न केवल भागलपुर जिले को एक नई गति देगी, बल्कि बिहार को पड़ोसी राज्य झारखंड से सीधा और सुगम संपर्क प्रदान करेगी।
इस परियोजना को दो प्रमुख चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण में, भागलपुर के अलीगंज बाईपास से निर्माण शुरू होकर राजौन होते हुए ढाका मोड़ तक सड़क का निर्माण किया जाएगा। दूसरे चरण में, ढाका मोड़ से भलजोर तक का खंड तैयार किया जाएगा, जो इसे हंसडीहा से जोड़ेगा। इस फोरलेन के बन जाने से दोनों राज्यों के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा और यह क्षेत्रीय विकास को एक नया आयाम देगी।
जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य, भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज
परियोजना की शुरुआत के लिए सभी औपचारिकताओं को पूरा कर लिया गया है। संबंधित विभाग ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) केंद्रीय मंत्रालय को सौंप दी है, और अब जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेज़ी लाई गई है। अधिकारियों के अनुसार, कई स्थानों पर सरकारी जमीन पहले से ही उपलब्ध है, जबकि निजी भूमि के मालिकों के साथ भी बातचीत अंतिम चरण में है।
विभाग को उम्मीद है कि भूमि अधिग्रहण का कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा, जिसके बाद नए साल से ही इस महत्वपूर्ण निर्माण कार्य को शुरू कर दिया जाएगा। इस अत्याधुनिक सड़क पर यात्रियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा गया है। इसमें कुल 12 बस स्टैंड, सार्वजनिक शौचालय, दो मीटर चौड़े डिवाइडर, दो-दो मीटर के शोल्डर और एक-एक मीटर के फुटपाथ बनाए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, यातायात को सुचारू बनाने के लिए 45 पुल-पुलिया और कवर्टेड स्ट्रक्चर भी तैयार किए जाएंगे। इसके साथ ही, बौसी के पास एक टोल प्लाजा का निर्माण भी प्रस्तावित है।
बासुकीनाथ की यात्रा होगी आसान, तीन घंटे में पूरा होगा सफर
इस फोरलेन सड़क का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि भागलपुर से प्रसिद्ध तीर्थ स्थल बासुकीनाथ तक की यात्रा बेहद आसान हो जाएगी। वर्तमान में इस सफर में लगने वाला चार घंटे का समय घटकर मात्र तीन घंटे रह जाएगा। साथ ही, अलीगंज बाईपास से जगदीशपुर के पास लगने वाले भारी यातायात जाम की समस्या भी समाप्त हो जाएगी, क्योंकि बाईपास का उपयोग बढ़ जाएगा।
स्थानीय निवासियों की लंबे समय से चली आ रही यह मांग अब पूरी होने जा रही है, जिससे लोगों में खुशी की लहर है। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि इस समयबद्ध परियोजना को बिना किसी देरी के पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जमीन अधिग्रहण में तेजी लाने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है। यह सड़क न केवल माल ढुलाई और पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि बिहार और झारखंड के बीच व्यापारिक संबंध को भी मजबूत करेगी, जिससे पूरे क्षेत्र के आर्थिक विकास को बल मिलेगा।
