
देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति आज ‘मेधा दिवस’ मनाते हुए इंटर और मैट्रिक 2025 के टॉपर्स को सम्मानित करेगी। पटना के ज्ञान भवन में आयोजित होने वाले इस समारोह में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार मुख्य अतिथि होंगे, जबकि अपर मुख्य सचिव डॉ. बी. राजेंद्र और समिति के अध्यक्ष सह प्रधान सचिव आनंद किशोर भी विशेष तौर पर मौजूद रहेंगे।
मेधा दिवस समारोह में इस बार बिहार बोर्ड कुल 151 प्रतिभाशाली छात्रों को सम्मानित करेगा। मैट्रिक परीक्षा में राज्य के शीर्ष 10 रैंक हासिल करने वाले 123 विद्यार्थी तथा इंटर परीक्षा में विज्ञान, कला और वाणिज्य,इन तीनों संकायों के टॉप-5 में जगह बनाने वाले 28 मेधावी छात्र-छात्राएँ सम्मान के दायरे में शामिल हैं। दरअसल, मंच पर सभी टॉपर्स को मेडल, प्रशस्ति पत्र और टैबलेट दिए जाएंगे। इस वर्ष बीएसईबी ने पुरस्कार राशि में भी बढ़ोतरी की है। मैट्रिक और इंटर दोनों परीक्षाओं में प्रथम स्थान पाने वाले छात्रों को दो लाख रुपये, द्वितीय स्थान वालों को डेढ़ लाख रुपये और तृतीय स्थान पर आने वाले विद्यार्थियों को एक लाख रुपये की राशि दी जाएगी। वहीं, चौथे और पांचवें स्थान वालों के लिए 30-30 हजार रुपये तथा छठे से दसवें स्थान तक के मेधावी छात्रों के लिए 20-20 हजार रुपये का पुरस्कार निर्धारित किया गया है। बता दें कि वर्ष 2017 से शुरू हुई मेधा छात्रवृत्ति योजना के तहत इस साल भी टॉपर्स को मासिक छात्रवृत्ति मिलेगी। इंटर के टॉप-5 विद्यार्थियों को स्नातक की पढ़ाई के लिए तीन वर्षों तक प्रति माह 2,500 रुपये की बढ़ी हुई राशि दी जाएगी, जबकि मैट्रिक के टॉप-10 विद्यार्थियों को 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के दौरान प्रति माह 2,000 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
हालांकि, मेधा दिवस समारोह में इस बार केवल मेधावी विद्यार्थियों को ही नहीं, बल्कि परीक्षा संचालन में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वाले अधिकारियों को भी सम्मानित किया जाएगा। राज्य के दस जिलों के डीएम और डीईओ, जिन्होंने वार्षिक परीक्षाओं को सफल और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराया, मंच पर विशेष सम्मान प्राप्त करेंगे। समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि यह आयोजन न सिर्फ विद्यार्थियों की प्रतिभा को सलाम करता है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने में जुटे अधिकारियों की भूमिका को भी मान्यता देता है। उन्होंने कहा कि मेधा दिवस से छात्रों में प्रतिस्पर्धा की भावना और उत्कृष्ट प्रदर्शन का उत्साह बढ़ता है और यही बिहार की प्रगति की मजबूत नींव है।
