
बिहार में इंटर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसफर के तहत 27,000 से अधिक शिक्षकों की नई तैनाती की प्रक्रिया तेज हो गई है। राज्य शिक्षा विभाग ने 16 से 31 दिसंबर के बीच इन शिक्षकों को उनकी पसंदीदा स्कूलों में पोस्टिंग देने का ऐलान किया है। इस प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल किया जाएगा और इसके लिए इ-शिक्षा कोष पोर्टल का इस्तेमाल किया जाएगा।
शिक्षकों को पोस्टिंग की प्रक्रिया के तहत 24 नवंबर से 5 दिसंबर तक वे पांच-पांच प्रखंडों के विकल्प अपनी पसंद से चुन सकेंगे। यह विकल्प जिलों की ओर से लिए जाएंगे। इसके बाद 10 से 15 दिसंबर के बीच प्रखंडों का आवंटन किया जाएगा। और फिर 16 से 31 दिसंबर के बीच स्कूलों में तैनाती की प्रक्रिया शुरू होगी। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. बी राजेंद्र ने इस संबंध में मार्गदर्शिका जारी कर दी है।
विधानसभा चुनाव के पहले बिहार के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों से इ-शिक्षा कोष पोर्टल पर आवेदन लिया गया था, जिसमें 41,684 शिक्षकों ने तीन जिलों के विकल्प दिए थे। इसके बाद 24,732 शिक्षकों को उनके द्वारा चयनित जिलों में आवंटन किया गया। जिन शिक्षकों को उनके चयनित जिलों में रिक्तियां नहीं मिलीं, उन्हें फिर से अन्य जिलों में आवेदन करने का मौका दिया गया। इसके बाद 9,849 शिक्षकों ने आवेदन किया और उनमें से 2,439 को जिला आवंटन मिल चुका है।
शिक्षकों के द्वारा दिए गए प्रखंडों के विकल्प में से किसी एक प्रखंड का आवंटन किया जाएगा। यदि किसी प्रखंड में रिक्ति नहीं होती, तो शिक्षक को जिले के अन्य प्रखंड में भेजा जाएगा। इसके अलावा, जिन शिक्षकों ने प्रखंड का विकल्प नहीं भरा है, उनके जिला आवंटन को निरस्त कर दिया जाएगा।
इस पूरी प्रक्रिया का संचालन सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा, और जिला स्तर पर गठित स्थापना समिति द्वारा विद्यालय आवंटन की कार्यवाही की जाएगी। इस प्रक्रिया से न केवल ट्रांसफर की प्रक्रिया को पारदर्शी और सुगम बनाया गया है, बल्कि शिक्षकों को उनके पसंदीदा स्कूलों में पोस्टिंग मिलने की संभावना भी बढ़ी है।