
महागठबंधन में चल रहे विवाद को खत्म करते हुए सभी घटक दलों ने एकजुटता का संदेश दिया है। आज हुई जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया। इस ऐतिहासिक घोषणा के साथ ही दूसरे फेज के तीन कैंडिडेट्स ने अपने-अपने नॉमिनेशन वापस ले लिए। वहीं, तेजस्वी यादव की चुनावी रैलियों का कार्यक्रम भी निर्धारित कर दिया गया है, जिससे आगामी विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन की ताकत और रणनीति साफ हो गई है।
तेजस्वी यादव शुक्रवार से अपनी चुनावी रैलियों की शुरुआत करने जा रहे हैं। पहले दिन वे बिहार के सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और वैशाली में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। इन सभाओं के दौरान वे महागठबंधन के प्रत्याशियों के समर्थन में वोट मांगेंगे और जनता से अपील करेंगे कि वे राज्य में बदलाव की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाएं। वहीं, माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य भी आरा में एक जनसभा को संबोधित करेंगे, जिसमें वे पार्टी और महागठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में वोट की अपील करेंगे। इस दौरान, राजद ने अपनी चुनावी मुहिम को और ज्यादा मजबूती देने के लिए एक नया चुनावी सॉन्ग भी लॉन्च किया है, जिसमें तेजस्वी यादव को कर्मठ योद्धा और सेवाभावी नेता के रूप में प्रस्तुत किया गया है। गाने में यह संदेश भी दिया गया है कि “तेजस्वी को एक बार मौका देना है… इस बार मौका देना है।” दरअसल, इस चुनावी सॉन्ग को राजद ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के ग्रुप में भी शेयर किया है, जिससे उत्साह का माहौल बन सके। राजद और महागठबंधन का मैनिफेस्टो 28 अक्टूबर को जारी किया जाएगा, जिसमें आगामी चुनावी रणनीतियों और सरकार बनाने के लिए पार्टी का विजन स्पष्ट रूप से पेश किया जाएगा। यह घोषणापत्र महागठबंधन के भविष्य की दिशा को तय करने में अहम भूमिका निभाएगा।
हालांकि, कांग्रेस और VIP के प्रत्याशियों द्वारा नामांकन वापस लिए जाने के बाद, राजद के कैंडिडेट्स को इन सीटों पर अब सीधे मुकाबला करने का मौका मिल गया है। नवादा के वारसलीगंज से कांग्रेस प्रत्याशी सतीश सिंह उर्फ मंथन सिंह, प्राणपुर से कांग्रेस प्रत्याशी तौकीर आलम और मधुबनी के बाबूबरही से VIP प्रत्याशी बिंदु गुलाब यादव ने अपने-अपने नॉमिनेशन वापस ले लिए हैं। इन तीनों सीटों पर अब राजद के कैंडिडेट्स चुनावी मैदान में होंगे, जिससे महागठबंधन के लिए मुकाबला और भी आसान हो सकता है। इस फैसले से राजद को इन इलाकों में मजबूती मिलेगी और उनके चुनावी अभियान को एक नया संबल मिलेगा।
