
दरभंगा जिले में पाग विवाद ने सियासी तापमान को बढ़ा दिया है। अलीनगर विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी प्रत्याशी मैथिली ठाकुर की सभा के दौरान मिथिला की पहचान ‘पाग’ के अपमान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। बीजेपी की महिला विधायक केतकी सिंह के कथित बयान पर अब विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध जताया है। इस विवाद ने स्थानीय राजनीति में उबाल ला दिया है, और विपक्षी नेताओं का कहना है कि मिथिला की सांस्कृतिक धरोहर के अपमान को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राजद उम्मीदवार विनोद मिश्रा ने पाग विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसको लेकर बीजेपी विधायक केतकी सिंह के बयान को निंदनीय बताया है। उन्होंने कहा कि मिथिला की शान पाग का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पूरे मिथिला क्षेत्र के लोग इस घटना से आहत हैं और इस प्रकार के अपमान से क्षेत्र की सम्मानित संस्कृति पर आंच आती है। “अगर अब से ही पाग का अपमान होने लगे, तो आगे मिथिला और अलीनगर का क्या होगा?” उन्होंने इसे अत्यंत दुखद और निंदनीय बताया है और इसकी कड़ी भर्त्सना की है। इसके साथ ही उन्होंने अलीनगर की सामाजिक एकता और सांप्रदायिक सौहार्द का भी जिक्र किया। अलीनगर हमेशा से ही विभिन्न समुदायों के बीच भाईचारे का प्रतीक रहा है, जहां हिंदू, मुस्लिम, अगड़ा और पिछड़ा सब मिलकर रहते हैं। “अलीनगर आदर्श नगर है, जहां सामाजिक एकता की मिसाल पेश की जाती है। अब कुछ लोग यहां की जनता को दिग्भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता इसका जवाब लोकतांत्रिक तरीके से देगी। और यह भी स्पष्ट किया कि मिथिला की सांस्कृतिक धरोहर और पहचान की रक्षा के लिए वे किसी भी हद तक जाएंगे। इस विवाद ने जहां स्थानीय सियासत को गरमा दिया है, वहीं इसके असर से अलीनगर की जनता में भी गुस्से का माहौल बन गया है।
उन्होंने आगे अपनी प्रतिक्रिया में यह भी स्पष्ट किया कि वे मैथिली ठाकुर की गायकी और स्वर के बड़े प्रशंसक हैं, लेकिन राजनीति के क्षेत्र में उनकी शुरुआत को लेकर उन्होंने कुछ सख्त टिप्पणियां कीं। “जब वे अलीनगर में राजनीति की पाठशाला में दाखिला लिया है, तो यहां की समझदार जनता उन्हें राजनीति सिखाकर ही भेजेगी।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि अलीनगर की जनता पूरी तरह से जागरूक है और वह चुनावों के परिणाम के बाद ही सही फैसला लेगी। यह बयान साफ तौर पर दर्शाता है कि राजनीतिक मुकाबले में कोई भी व्यक्ति, चाहे वह नया हो या पुराना, अलीनगर की जनता की नजदीकी निगाहों से बच नहीं सकता। इस चुनावी घमासान में अब यह देखने की बात होगी कि किसे जनता का समर्थन मिलता है और किसे उसका विरोध।
