
केंद्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने शुक्रवार को बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सारण जिले के तरैया विधानसभा क्षेत्र के मंझोपुर गांव में एक विशाल चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए एक बड़ा दावा पेश किया। शाह ने कहा कि आगामी चुनावों में भाजपा पिछले 20 सालों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे बड़ी बहुमत वाली सरकार बनाएगी।
जनसभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने बिहार की जनता से निर्भीक होकर 6 नवंबर को मतदान करने की अपील की। उन्होंने सारण की सभी दस सीटों पर एनडीए प्रत्याशियों को प्रचंड बहुमत से जिताने का आह्वान किया, जिसमें तरैया से जनक सिंह और अमनौर से कृष्ण कुमार मंटू सिंह का विशेष उल्लेख किया। शाह ने जोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों को मजबूत करने के लिए यह जीत जरूरी है।
‘विकास चाहिए या जंगलराज?’
अमित शाह ने अपने भाषण के दौरान विपक्ष, खासकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के महागठबंधन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने भीड़ से सीधे सवाल किया, “बिहार में विकास चाहिए या जंगलराज?” इस पर भीड़ ने एक स्वर में “विकास” का जवाब दिया। इस प्रतिक्रिया पर शाह ने कहा कि यह स्पष्ट संकेत है कि बिहार की जनता अब फिर से ‘लालू-राज’ नहीं चाहती है। उन्होंने महागठबंधन को ‘लालू एंड राहुल कंपनी’ करार दिया और आरोप लगाया कि यह गठजोड़ कभी भी बिहार को विकास की राह पर नहीं ले जा सकता।
शाह ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि बिहार में विकास की बयार तभी जारी रह सकती है, जब एनडीए की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लौटे। उन्होंने सारण जिले की जनता को सचेत करते हुए कहा कि “अगर सारण जिले से गलती से भी एक सीट महागठबंधन के खाते में चली गई, तो विकास की रफ्तार थम जाएगी।”
भ्रष्टाचार और परिवारवाद पर निशाना
केंद्रीय गृह मंत्री ने विपक्षी दलों पर भ्रष्टाचार और परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि एनडीए की सरकार ने बिहार में सड़कों, बिजली, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में जो काम किए हैं, वे पिछले शासनकाल की तुलना में ऐतिहासिक हैं। शाह ने दृढ़तापूर्वक दावा किया, “नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार चोर रास्ते से भी जंगलराज को बिहार में लौटने नहीं देंगे।”
सभा में मौजूद विशाल जनसमूह ने अमित शाह के भाषण का जोरदार स्वागत किया और “फिर एक बार, एनडीए सरकार” के नारे लगाए। यह जनसभा सारण में एनडीए की चुनावी ताकत दिखाने और कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। सभा समाप्त होने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री शाह हेलीकॉप्टर से पटना के लिए रवाना हो गए।
