
राजधानी पटना में नवरात्रि को लेकर प्रशासन पूरी तरह सख्त है। सुरक्षा को देखते हुए एडवाइजरी भी जारी की गई है। वहीं, जिला अग्निशमन पदाधिकारी की इसको लेकर क्या खास तैयारी है,चलिए जानते है।
आज सोमवार से शारदीय नवरात्र शुरू हो चुकी है। इस बार नवरात्रि पर सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की है। वहीं, शहर में इस बार 525 पंडाल बनाए गए हैं। जिसमें से 35 को डेंजर जोन में रखा गया है। इसी के साथ सभी पंडालों को 3 दिनों के अंदर मापदंड पूरा करने के नोटिस भेजे गए हैं। दरअसल, इस संबंध में जिला अग्निशमन पदाधिकारी मनोज नट ने कहा कि ज्यादातर पंडाल में लूज वायरिंग, ओवर वायरिंग, संकीर्ण रास्ता जैसी समस्या पाई गई है।
शहर के प्रमुख जगहों जैसे डाकबंगला चौराहा, महावीर मंदिर, अशोक राजपथ, पटन देवी, शीतला माता मंदिर, गुरुगोविंद सिंह मार्केट पटना सिटी, कदमकुआं गोलंबर, पाटलिपुत्र गोलंबर, इनकम टैक्स गोलंबर, पनाश होटल, तकियापुर, रूपसपुर, एम्स गोलंबर, अनीसाबाद गोलंबर, फुलवारी गोलंबर, गोविंद मित्रा रोड, चूड़ी मार्केट, राजेंद्र नगर गोलंबर समेत 80 जगहों पर मौजूद रहेंगे। कंट्रोल रूम से इनकी 24 घंटे मॉनिटरिंग होती रहेगी। हालांकि, लोहानीपुर ब्रिज के नीचे बनाए गए पंडाल, सगुना मोड़ के पीछे बनाए गए पंडाल, चूड़ी मार्केट का पंडाल, गोविंद मित्रा रोड, करबिगहिया के पास पोस्टल पार्क वाले रास्ते में बनाए गए पंडाल, चितकोहर शिव मंदिर के पास बनाए गए पंडाल, गोला रोड तकियापर के पंडाल समेत 35 जगहों के पंडाल खतरनाक श्रेणी में हैं।
पूजा पंडालों के लिए एडवाइजरी:
– पंडालों के पास रेत, पानी ड्रम में भरकर रखें।
– दिये, अगरबत्ती, मोमबत्ती को जलाते वक्त सावधानी बरतें।
– हवन करते वक्त सावधानी बरतें।
– पंडालों में कपड़े, बांस, हवन सामग्री, हैलोजन लाइट, थर्माकोल ज्वलनशील हैं, इनका प्रयोग सावधानी से करें।
– पटाखे, आतिशबाजी और खेल तमाशे से बचें।
– गैस सिलेंडर, डीजल, पेट्रोल समेत अन्य ज्वलनशील पदार्थों को पूजा पंडाल से दूर रखें।
– खराब जनरेटर, खुले और ढीले तारों का इस्तेमाल न करें।
