
इस बार की दीपावली से पहले सीतामढ़ी नगर निगम क्षेत्र रोशनी से जगमग होने जा रहा है। नगर निगम बोर्ड ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने पूरे इलाके को अंधेरा-मुक्त बनाने की ठोस तैयारी शुरू कर दी है। हाल ही में हुई बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया कि शहर के विभिन्न हिस्सों में कुल 15,000 स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी। यह कदम शहर के लोगों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आएगा, खासकर उन ग्रामीण इलाकों में जहां लंबे समय से अंधेरे की समस्या बनी हुई है।
इस परियोजना में नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि ऊर्जा की बचत हो सके। निगम पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ न पड़े, इसके लिए ऊर्जा-दक्ष LED लाइटें स्थापित की जाएंगी। इन लाइटों की देखरेख और मरम्मत के लिए एक अलग टीम का भी गठन किया जाएगा, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि लाइट्स हमेशा काम करती रहें और कोई भी क्षेत्र अंधेरे में न डूबे।
यह योजना लंबे समय से लंबित थी। प्रशासनिक कारणों से पहले इस पर काम आगे नहीं बढ़ पाया था, लेकिन इस बार बोर्ड ने एक सख्त समय-सीमा तय की है। निगम प्रशासन का लक्ष्य है कि इस योजना को दीपावली तक पूरा कर लिया जाए, ताकि त्योहारों के मौसम में पूरा शहर रोशन हो सके।
इस पूरे काम की निगरानी वार्ड पार्षदों द्वारा की जाएगी। इससे काम की गुणवत्ता और पारदर्शिता दोनों बनी रहेगी। निगम का ध्यान सिर्फ मुख्य सड़कों पर ही नहीं है, बल्कि गली-मोहल्लों में भी पर्याप्त रोशनी उपलब्ध कराने पर जोर दिया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर गली और हर कोना रोशन हो, जिससे लोगों को सुरक्षित महसूस हो।
ग्रामीण इलाकों में सड़कों पर अंधेरे की समस्या के कारण लोग अक्सर असुरक्षित महसूस करते थे। इन लाइटों के लगने के बाद लोग शहर जैसी रोशनी और सुविधाओं का अनुभव कर पाएंगे। इससे न केवल सड़कों पर लोगों की आवाजाही आसान होगी, बल्कि यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को भी नई मजबूती मिलेगी। रात के समय होने वाले अपराधों में भी कमी आने की उम्मीद है, क्योंकि रोशनी होने से अपराधियों के लिए छिपना मुश्किल हो जाएगा। यह कदम सीतामढ़ी को एक सुरक्षित और आधुनिक शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।