
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सासाराम में अपनी ‘वोट अधिकार यात्रा’ शुरू करने से पहले पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि यह यात्रा ऐतिहासिक होगी और इसका मकसद जनता को यह बताना है कि उनका वोट कैसे चोरी हो रहा है। उन्होंने पुष्टि की कि इस यात्रा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी कई दिनों तक उनके साथ रहेंगे।
पीएम मोदी पर तीखा हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयानों पर तेजस्वी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। ‘पानी और खून एक साथ नहीं होंगे’ वाले बयान पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “डायलॉग देने से कुछ नहीं होगा। जब PoK पर कब्जा करने का मौका आया, तो कम के करने पर सेट फाड़ कर लिए। अब डायलॉग दे रहे हैं।”
घुसपैठियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के प्रधानमंत्री के बयान पर तेजस्वी ने सवाल उठाया, “11 साल से जल बज रहे थे क्या? 11 साल से क्या कर रहे थे?” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा को घुसपैठिए केवल वहीं नजर आते हैं, जहां चुनाव होते हैं। उन्होंने झारखंड का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां जनता ने भाजपा को मुंहतोड़ जवाब दिया और बिहार में भी ऐसा ही होगा।
प्रशांत किशोर और भाजपा को जवाब
प्रशांत किशोर के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने कहा था कि जहां महागठबंधन का उम्मीदवार अल्पसंख्यक होगा, वहां वह अपना उम्मीदवार नहीं देंगे, तेजस्वी ने आत्मविश्वास से कहा कि महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने दावा किया कि जनता का पूरा समर्थन उनके साथ है और हर जाति और धर्म के लोग उन्हें वोट देंगे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जो ऐसी बातें कर रहे हैं, वे डरे हुए हैं।
भाजपा द्वारा ‘वोट अधिकार यात्रा’ को ‘पिकनिक’ कहे जाने पर तेजस्वी ने पलटवार करते हुए कहा, “भाजपा के लोग ही पिकनिक मनाते हैं। उनके प्रधानमंत्री कहां-कहां नहीं जाते, तब आप समझ लीजिए।” उन्होंने जोर देकर कहा कि वे जनता के बीच रहते हैं और उनके मुद्दों की बात करते हैं। बाढ़ जैसी आपदाओं में आम लोगों की शिकायतों पर कि उन्हें बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) नहीं मिल रहे हैं, तेजस्वी ने कहा कि यही तो वे कह रहे हैं और मुख्य चुनाव आयुक्त को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए।