टॉप न्यूज़बिहार

कांग्रेस टिकट दावेदारों की खोज में जुटी, दो शर्तों को पूरा करने पर ही होगा विचार

बिहार,कांग्रेस टिकट

कांग्रेस टिकट दावेदारों की खोज में जुटी, दो शर्तों को पूरा करने पर ही होगा विचार…

 बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी में अब हर राजनीतिक पार्टी जुट चुकी है. कांग्रेस ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है. पार्टी कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसका फैसला महागठबंधन के घटक दल मिलकर लेंगे. लेकिन प्रत्याशियों की खोज अब कांग्रेस ने शुरू कर दी है. प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू विधान सभा चुनाव के लिए रेस की घोड़ा तलाशने में जुटे हैं.

बिहार कांग्रेस में पहलीबार टिकेट देने के लिए एक पैमाना सेट किया गया है. टिकट के दावेदारों के लिए दो शर्त है. उन दो शर्तों को पूरा करने के बाद ही टिकट पर पार्टी विचार भी कर सकती है. पार्टी से टिकट के लिए जो भी नेता आते हैं उनसे इससे जुड़े सवाल भी किए जाते हैं. कांग्रेस अब रेस के घोड़ों की तलाश कर रही है. कांग्रेस प्रत्याशी की दावेदारी करने वालों को दो शर्तें पूरी करनी होगी.अगर किसी को कांग्रेस का प्रत्याशी बनना है तो इसके लिए पार्टी की ओर से रखे गए दो शर्त भी पूरे करने होंगे. हालांकि टिकट उन्हें मिलेगा या नहीं, ये फैसला चुनाव के समीप आने पर होगा. लेकिन दावेदारी पेश करनी है तो उन दो शर्तों को पूरा करना अनिवार्य होगा.

कांग्रेस प्रत्याशी बनने के लिए पहली शर्त है कि दावेदार को 25 हजार माई-बहिन योजना का फॉर्म जमा करना होगा. इस योजना पर कांग्रेस पार्टी पूरा फोकस कर रही है. पार्टी ने घोषणा की है कि बिहार में सरकार बनने के बाद उन महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए दिए जाएंगे. दूसरी शर्त है कि दावेदारी पेश करने वाले नेता को 25 हजार घरों पर कांग्रेस पार्टी का झंडा लगाना होगा. इन दो शर्त को जो पूरा करेंगे वही दावेदारी की रेस में आएंगे.

जो नेता टिकट की मांग कर रहे हैं, उनसे सबसे पहले यही सवाल किए जा रहे हैं. उनसे पूछा जा रहा है कि आपने माई-बहिन योजना के कितने फॉर्म जमा कराए हैं. अगर नहीं जमा कराया है तो पहले वोटरों के पास आप पार्टी के कार्यक्रम को लेकर जाएं. उसके बाद आप अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं.

 बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी में अब हर राजनीतिक पार्टी जुट चुकी है. कांग्रेस ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है. पार्टी कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसका फैसला

महागठबंधन के घटक दल मिलकर लेंगे. लेकिन प्रत्याशियों की खोज अब कांग्रेस ने शुरू कर दी है. प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरू विधान सभा चुनाव के लिए रेस की घोड़ा तलाशने में जुटे हैं.

बिहार कांग्रेस में पहलीबार टिकेट देने के लिए एक पैमाना सेट किया गया है. टिकट के दावेदारों के लिए दो शर्त है. उन दो शर्तों को पूरा करने के बाद ही टिकट पर पार्टी विचार भी कर सकती है. पार्टी से टिकट के लिए जो भी नेता आते हैं उनसे इससे जुड़े सवाल भी किए जाते हैं. कांग्रेस अब रेस के घोड़ों की तलाश कर रही है. कांग्रेस प्रत्याशी की दावेदारी करने वालों को दो शर्तें पूरी करनी होगी.अगर किसी को कांग्रेस का प्रत्याशी बनना है तो इसके लिए पार्टी की ओर से रखे गए दो शर्त भी पूरे करने होंगे. हालांकि टिकट उन्हें मिलेगा या नहीं, ये फैसला चुनाव के समीप आने पर होगा. लेकिन दावेदारी पेश करनी है तो उन दो शर्तों को पूरा करना अनिवार्य होगा.

कांग्रेस प्रत्याशी बनने के लिए पहली शर्त है कि दावेदार को 25 हजार माई-बहिन योजना का फॉर्म जमा करना होगा. इस योजना पर कांग्रेस पार्टी पूरा फोकस कर रही है. पार्टी ने घोषणा की है कि बिहार में सरकार बनने के बाद उन महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए दिए जाएंगे. दूसरी शर्त है कि दावेदारी पेश करने वाले नेता को 25 हजार घरों पर कांग्रेस पार्टी का झंडा लगाना होगा. इन दो शर्त को जो पूरा करेंगे वही दावेदारी की रेस में आएंगे.

जो नेता टिकट की मांग कर रहे हैं, उनसे सबसे पहले यही सवाल किए जा रहे हैं. उनसे पूछा जा रहा है कि आपने माई-बहिन योजना के कितने फॉर्म जमा कराए हैं. अगर नहीं जमा कराया है तो पहले वोटरों के पास आप पार्टी के कार्यक्रम को लेकर जाएं. उसके बाद आप अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!