
मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह और पंडारक के मुकेश सिंह की 15 साल की दुश्मनी एकबार फिर से दोस्ती में बदल गई है.अब दोनों बाहुबली एक हो गये हैं.दोनों ने एक-दूसरे को गले लगा लिया है.अनंत सिंह के मोकामा गोलीकांड में जेल से छूटने के बाद बाहापर तक रोड शो हुआ. इस दौरान पंडारक में मुकेश सिंह ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया.मुकेश सिंह कुख्यात भोला सिंह के भाई हैं. मुकेश की पत्नी पंडारक पश्चिमी पंचायत की मुखिया हैं. भोला सिंह पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और वह फिलहाल फरार है. भोला सिंह सीआरपीएफ के जवान रह चुके हैं और 1994 बैच के एक आईपीएस के लिए भी काम कर चुके हैं.
2010 में अनंत सिंह और भोला सिंह के बीच दो करोड़ रुपए को लेकर विवाद हुआ था. इसके बाद दोनों एक-दूसरे के जानी दुश्मन बन गए. इस दौरान अनंत सिंह ने भोला सिंह को जान से मरवाने का ऑडियो भी वायरल हुआ था.दुश्मनी इतनी बढ़ी कि दोनों ने एक दुसरे को सबक सिखाने के लिए हथियारों का जखीरा और शूटर भी तैयार कर लिए. कई बार एक-दूसरे को मारने का प्रयास भी किया. 2019 में अनंत सिंह का एक और ऑडियो वायरल हुआ था. इसमें अनंत सिंह और भोला सिंह के करीबी के बीच बातचीत थी.
विवेका पहलवान के भाई संजय सिंह की पटना में 8 जनवरी 2008 को हुई हत्या के मामले में भोला सिंह मुख्य आरोपी थे. भोला सिंह 20 वर्षों से पूर्व विधायक अनंत सिंह के साथ काम कर रहे थे. 2004 में दोनों ने मिलकर बाढ़ एनटीपीसी में ठेकेदारी शुरू की थी.2021 में पंडारक पूर्वी से जीते मुखिया प्रियरंजन कुमार उर्फ गोरेलाल, पंडारक थाना के एएसआई राजेश कुमार और लाल बहादुर की हत्या के मामले में भी भोला सिंह का नाम सामने आया था. बिहार के कई अन्य आपराधिक मामलों में भी भोला सिंह का नाम जुड़ा है.
दोनों बाहुबली के एक साथ आने की कहानी बेहद दिलचस्प है.अनंत सिंह जिस जेल में बंद थे, उसी जेल में मुकेश सिंह भी बंद थे. इस दौरान दोनों में नजदीकी बढ़ी. दोनों ने एक होने का फैसला किया. दोनों के एक होने में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने अहम भूमिका निभाई.मकसद था मोकामा में शान्ति की स्थापना.दोनों के एक होने पर मोकामा विधानसभा क्षेत्र के पंडारक प्रखंड में अनंत सिंह को अगले विधानसभा चुनाव में फायदा होगा. हालांकि इसबार बीजेपी मोकामा सीट पर दावा कर रही है.
