
जन-सुराज के सूत्रधार पर बीजेपी ने कंटेंट चुराने और फर्जीवाड़ा का आरोप क्या लगाया प्रशांत किशोर ने आज बीजेपी के नेता दिलीप जायसवाल और मंगल पाण्डेय पर भ्रष्टाचार का बड़ा आरोप लगा दिया । प्रशांत किशोर के अनुसार जिस समय कोरोना संकट से लोग बेहाल थे, दवाई के लिए तरस रहे थे, मंगल पाण्डेय दिल्ली में करोड़ों रुपये का फ्लैट खरीद रहे थे। प्रशांत किशोर के अनुसार मंगल पाण्डेय ने अपनी पार्टी के नेता दिलीप जायसवाल की गलत तरीके से मदद की और उसका लाभ भी उनसे लिया। प्रशांत किशोर के अनुसार जिस पैसे से दिल्ली में फलत ख़रीदा गया, उसे दिलीप जायसवाल ने मंगल पाण्डेय के पिता के अकाउंट में डाला था। पिता ने अपनी बेटी यानी मंगल पाण्डेय की पत्नी के अकाउंट में वो पैसा डाल दिया। उसी पैसे से ये फ्लैट खरीदा गया।
प्रशांत किशोर के अनुसार मंगल पाण्डेय की मदद से दिलीप जायसवाल के मेडिकल कॉलेज ने आयुष्मान योजना का भरपूर नाजायज फायदा उठाया। प्रशांत किशोर के अनुसार इस आयुष्मान योजना के सीओ कोई और नहीं बल्कि मंगल पाण्डेय के पूर्व सचिव हैं। प्रशांत किशोर का आरोप है कि बीजेपी के मंत्यारी अपनी ही पार्टी के नेताओं से रिश्वत ले रहे हैं। मी बांटकर सरकारी खजाने को लूट रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव जो 1 सितम्बर से राज्य के मुख्य सचिव बनने वाले हैं, उनको भी कटघरे में खड़ा कर दिया है।
प्रशांत के अनुसार फरवरी 2022 में स्वास्थ्य विभाग ने 200 करोड़ रुपए का 1250 एम्बुलेंस खरीदने का टेंडर जारी किया। 466 एम्बुलेंस टाइप सी बिहार सरकार ने खरीदा। 19,58,257 एक एम्बुलेंस की कीमत. टाटा मोटर और फोर्स मोटर आधिकारिक रूप से एम्बुलेंस बनाती हैं। 22 अप्रैल 2025 को 28 लाख 47 हजार 580 रुपए की दर पर एक एम्बुलेंस खरीदे गए। टाटा मोटर को टेक्निकल ग्राउंड पर टेंडर से हटा दिया गया। अन्य राज्यों की तुलना में बेहद अधिक कीमत पर बिहार में एम्बुलेंस खरीदे गए। फोर्स मोटर के एम्बुलेंस का मार्केट रेट 21 लाख है और बिहार सरकार एम्बुलेंस खरीद रही हैं 28 लाख रुपए में।