
शिक्षा जगत की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला एक मामला बिहार के मुंगेर जिले से सामने आया है, जहां आर.एस. कॉलेज, तारापुर के राजनीति विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर शर्मा राम को एक छात्र से खैनी बनवाकर खाने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला सुर्खियों में आया। यह वीडियो 16 अप्रैल को स्नातक की आंतरिक परीक्षा के दौरान का बताया जा रहा है। वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा गया कि प्रोफेसर एक छात्र से खैनी बनवाकर खा रहे हैं। घटना के सामने आने पर कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. उदय शंकर दास ने प्रोफेसर से स्पष्टीकरण मांगा।
प्रोफेसर का बचाव और विश्वविद्यालय की प्रतिक्रिया
प्रोफेसर शर्मा राम ने जवाब में कहा कि वे भूखे पेट कॉलेज आए थे और गैस की समस्या के कारण अजवाइन व नमक मिलाकर खा रहे थे, इसे खैनी समझ लिया गया। लेकिन यह सफाई विश्वविद्यालय प्रशासन को संतोषजनक नहीं लगी। कुलपति प्रो. संजय कुमार ने प्रोफेसर के जवाब को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से उन्हें निलंबित कर दिया। उन्हें केएमडी कॉलेज, परबत्ता (खगड़िया) में उपस्थिति दर्ज कराने का आदेश दिया गया है।
कुलसचिव का बयान
कुलसचिव कर्नल विजय कुमार ठाकुर ने इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि, “एक शिक्षक द्वारा छात्र से खैनी बनवाना घोर अनुशासनहीनता है। यह शिक्षक की गरिमा के पूरी तरह खिलाफ है। ऐसे व्यवहार को विश्वविद्यालय किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं करेगा।” इस घटना ने न केवल कॉलेज बल्कि पूरे शिक्षा जगत को शर्मसार कर दिया है। यह मामला एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि उच्च शिक्षा संस्थानों में अनुशासन और नैतिकता का स्तर क्या है और शिक्षकों के आचरण की निगरानी कितनी जरूरी है।
