
सहरसा में कोशी एक्सप्रेस ट्रेन में उस समय अफरा तफरी मच गई जब ट्रेन के एसी कोच में अचानक यात्रियों का दम घुटने लगा.कोच के अंदर धुआं देख हरकोई अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगा. किसी ने तुरंत इमरजेंसी चेन खींचकर ट्रेन को रोक दिया.ट्रेन रुकते ही लोग ट्रेन से बाहर भागे.एसी कोच में यात्री सुकून से बैठे हुए थे, लेकिन एक-एककर सबका दम घुटने लगा. उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी और कोच में धुआं भर गया.
तुरंत यात्रियों ने जान बचाने के लिए ट्रेन की इमरजेंसी चेन खींच दी. गाड़ी रुकते ही जीआरपी की टीम एसी B1 कोच में पहुंची. ट्रेन के B1 एसी कोच में अचानक बैटरी से धुआं उठ निकल रहा था. देखते ही देखते पूरा कोच धुएं से भर गया. इससे यात्रियों के बीच अफरातफरी मच गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रेन जैसे ही कोपरिया स्टेशन के नजदीक पहुंची, वैसे ही B1 कोच में तेज धुआं भर गया. कुछ ही मिनटों में यात्रियों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी. यात्री घबराकर चिल्लाने लगे और बाहर निकलने की कोशिश करने लगे. कुछ यात्री अपनी सीटें छोड़कर दूसरे कोच की तरफ भागे.
ट्रेन में मौजूद कर्मचारियों ने तुरंत स्थिति को संभालने की कोशिश की. जांच में सामने आया कि बैटरी में तकनीकी खराबी के कारण धुआं उठा था. रेलवे कर्मियों ने तुरंत एसी कोच की बैटरी को अलग कर दूसरे कोच से कनेक्शन किया. इसके बाद कोशी एक्सप्रेस को फिर से रवाना किया गया. गनीमत यह रही कि समय रहते स्थिति पर काबू पा लिया गया और कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. यात्रियों की सतर्कता और कर्मचारियों की तत्परता से बड़ी दुर्घटना टल गई.
रेल प्रशासन ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. तकनीकी टीम यह पता लगाने में जुटी है कि बैटरी में गड़बड़ी किस वजह से हुई. रेलवे की ओर से यात्रियों से माफी मांगी गई है और आश्वासन दिया गया है कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए उचित कदम उठाए जाएंगे.