
यूट्यूबर से बीजेपी नेता बने मनीष कश्यप के साथ पीएमसीएच में मारपीट हो गई. उन्हें बंधक भी बना लिया गया.PMCH अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों के साथ उनकी कहासुनी हो गई थी, जिसके बाद नौबत मारपीट तक पहुंच गई. पटना टाउन डीएसपी ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच धक्का मुक्की हुई है और किसी भी पक्ष ने कोई शिकायत नहीं की है. पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच कर रही है. लेकिन, मनीष कश्यप और जूनियर डॉक्टरों के बीच कहासुनी हुई क्यों और नौबत मारपीट तक क्यों पहुंच गई?
मनीष कश्यप किसी मरीज की पैरवी करने के लिए पीएमसीएच पहुंचे थे. इसी दौरान मनीष कश्यप की एक महिला डॉक्टर से बहस हो गई. इसके बाद उक्त महिला डॉक्टर के साथियों ने विरोध किया. बताया जा रहा है कि इसी दौरान मनीष कश्यप और जूनियर डॉक्टरों के बीच बहस होने लगी और नौबत मारपीट तक पहुंच गई. जानकारी यह भी मिली है कि पीएमसीएच के एक कमरे में उनको बंधक बनाकर रखा गया था. बाद में अस्पताल में पुलिस बुलाई गई.
इससे पहले तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट वाले मामले में मनीष कश्यप पर फर्जी वीडियो शेयर करने का आरोप लगा था..तमिलनाडु पुलिस ने उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी एनएसए के तहत कार्रवाई की थी. तब उनके खिलाफ छह मामले दर्ज किए गए थे.हालांकि, 9 महीने के बाद उनकी जेल से रिहाई संभव हो पाई थी.लेकिन, इसके पहले कई महीनो तक उनको जेल में रहना पड़ा था.
इससे पहले बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने मनीष कश्यप के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी. उनकी तलाश लगातार बिहार पुलिस कर रही थी.हालांकि, बाद में 18 मार्च 2023 को एक दूसरे केस में बेतिया पुलिस ने उनके घर की कुर्की जब्ती शुरू की तो इसके बाद उन्होंने थाने में सरेंडर कर दिया था. इसी दौरान पटना से गई ईओयू की टीम ने उनको अपने कब्जे में ले लिया था.उनको रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ की थी और इसके बाद उनको जेल भेजा गया था. हालांकि, दिसंबर 2023 में कोर्ट से जमानत मिल गई थी.
