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कर्नल सोफिया कुरैशी के पति भी सेना में अफसर, पिता लड़े 1971 का युद्ध, दादा भी कर चुके देश सेवा

ऑपरेशन सिंदूर,कर्नल सोफिया

 कर्नल सोफिया कुरैशी ने 7 मई को भारत के ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दुनिया को दी. सोफिया ने साल 1999 में आर्मी जॉइन की थी और अब तक वे कई साहसिक कारनामे कर चुकी हैं.

Colonel Sofiya Qureshi

भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए POK और पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करके पहलगाम आतंकी हमले का बदला ले लिया. दुनिया को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी भारतीय सेना की दो तेज-तर्रार महिला अधिकारियों ने दी. कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस ब्रीफिंग में POK और पाक सीमा के अंदर की गई सैन्य कार्रवाई के बारे में विस्तार से बताया. कर्नल सोफिया कुरैशी की बात करें, तो उनके परिवार के अधिकतर सदस्य सेना से जुड़े हुए रहे हैं. उनकी कई पीढ़ियां लगातार देश सेवा कर रही हैं.

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक सोफिया कुरैशी गुजरात के वडोदरा की रहने वाली हैं. उनके दादा भारतीय सेना में धार्मिक शिक्षक थे. सोफिया के पिता ताज मोहम्मद कुरैशी इलेक्ट्रॉनिक एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर में कार्यरत थे और 1971 के युद्ध में भी शामिल रहे. उनके परदादा अंग्रेजों की सेना में थे और 1857 की क्रांति में भी भाग लिया था. सोफिया कुरैशी का 18 साल का बेटा एयरफोर्स की तैयार कर रहा है और उसका सपना भी देश सेवा करने का है. उनकी बेटी भी सेना में जाना चाहती है.

कर्नल कुरैशी के एजुकेशनल बैकग्राउंड की बात करें, तो उन्होंने 1997 में वडोदरा की महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी से बायोकैमिस्ट्री में मास्टर्स की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने पीएचडी की पढ़ाई शुरू की, लेकिन पीएचडी छोड़कर उन्होंने साल 1999 में आर्मी जॉइन कर ली. उन्होंने भारतीय सेना की सिग्नल कोर से प्रशिक्षण प्राप्त किया, जहां उन्होंने तकनीकी और संचार क्षमताओं में विशेषज्ञता हासिल की. उनके इस फैसले ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का चेहरा बना दिया. सोफिया ने संयुक्त राष्ट्र के पीसकीपिंग मिशन में कांगो जैसे संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में 6 साल सेवा दी और मानवीय कार्यों में भी योगदान दिया.

साल 2016 में सोफिया कुरैशी ने इतिहास रचते हुए “Exercise Force 18” में भारतीय सेना के दल का नेतृत्व किया. यह अभ्यास ASEAN प्लस देशों के बीच हुआ था, जिसमें भारत समेत 18 देशों ने भाग लिया था. वे इसमें एकमात्र महिला कमांडर थीं. ऑपरेशन सिंदूर में हिस्सा लेने वाली कर्नल सूफिया कुरैशी कर्नाटक के बेलगाम की बहू हैं. सूफिया के पति ताजुद्दीन बागेवाड़ी बेलगाम जिले के गोकक तालुक के कोन्नूर गांव से हैं. दोनों पति-पत्नी भारतीय सेना में सेवाएं दे रहे हैं. दोनों की शादी 2015 में हुई थी. सूफिया वर्तमान में जम्मू में कर्नल के पद पर कार्यरत हैं, जबकि पति ताजुद्दीन बागेवाड़ी झांसी में कर्नल के पद पर कार्यरत हैं.

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