बॉलीवुड

ये एक्ट्रेस अपनी ही बेटी की मौत के लिए करती थी दुआ, आखिरी बार देखने भी नहीं गई थी लाडली का चेहरा

कोलकाता,एक्ट्रेस

क्या आप एक ऐसी एक्ट्रेस के बारे में जानते हैं, जो अपनी ही सगी बेटी की मौत के लिए भगवान से प्रार्थना कर रही थीं. इतना ही नहीं जब बेटी की मौत हुई तब वह उसे आखिरी बार देखने भी नहीं गई थीं. जानिए इस एक्ट्रेस के बारे में.

26 अप्रैल, 1948 को कोलकाता में जन्मी ये एक्ट्रेस ‘हमशक्ल’, ‘घर परिवार’, ‘भोला भाला’, ‘प्रेम बंधन’, ‘आ अब लौट चलें’ जैसी कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं. बता दें कि ये एक्ट्रेस जब 10वीं क्लास में पढ़ती थी तभी उनकी शादी हो गई थी, तब वह 15 साल की थीं. उन्होंने जयंत मुखर्जी से शादी की थी. लेकिन फैमिली के साथ-साथ वह फिल्मी करियर भी संभाल रही थीं. शादी के बाद उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों में अपनी पहचान बनाई. अपने फिल्मी करियर में उन्होंने राजेश खन्ना, शशि कपूर, जीतेंद्र, संजीव कुमार, विनोद मेहरा और अमिताभ बच्चन जैसे बेहतरीन कलाकारों के साथ काम किया है.

17 साल की उम्र में बनीं मां

जब एक्ट्रेस 17 साल की थी तो वो बेटी पायल की मां बनीं और फिर साल 1982 में दूसरी बेटी मेघा को जन्म दिया. वैसे तो ये एक्ट्रेस अपने पूरे करियर में कभी विवादों के घेरे में नहीं आईं, लेकिन जब उनके दामाद ने उनपर अपनी बेटी को आखिरी बार न देखने का आरोप लगाया तो हर तरफ सनसनी मच गई थी.

दामाद ने लगाया था ये आरोप

दरअसल, हम बात कर रहे हैं 70 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस रहीं मौसमी चटर्जी की, जिनपर उनके दामाद ने ये आरोप लगाया था कि वो अपनी बेटी को आखिरी बार देखने तक नहीं आईं. काफी देर इंतजार करने के बाद उनकी बेटी पायल का अंतिम संस्कार कर दिया गया. दरअसल, मौसमी चटर्जी की बेटी पायल का जब साल 2020 में निधन हुआ तो उनका ससुरालवालों के साथ काफी बवाल हुआ था.

बेटी की मौत के लिए की प्रार्थना

बताया जाता है कि पायल बहुत ही कम उम्र में डायबिटीज की चपेट में आ गई थीं. ऐसे में बताया जाता है कि बेटी पायल की मौत के लिए मौसमी चटर्जी भगवान से प्रार्थना करती थीं. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि ‘वो बहुत प्यारी बच्ची थी, लेकिन वह बहुत दर्द में थी. वो साल 2017 में कोमा में चली गई थी. वो समय-समय पर कोमा से बाहर आती रही लेकिन हमें टर्म्स एंड कंडीशन के साथ उसे देखने की इजाजत थी.’ इसलिए मुझे भगवान से प्रार्थना करना पड़ा क्योंकि जो वो झेल रही थी, मुझसे देखा नहीं जा रहा था.’

आखिरी बार भी नहीं देखा बेटी का चेहरा

दरअसल, मौसमी चटर्जी की बेटी पायल कोमा में चली गईं. बेटी के इलाज के दौरान साल 2018 में मौसमी चटर्जी ने दामाद के खिलाफ आरोप लगाते हुए कहा था कि वह उनकी बेटी का ख्याल नहीं रख रहे हैं, न ही उनके इलाज के पैसे भर रहे हैं.  मौसमी चटर्जी के इन आरोपों के बाद बात इतनी बढ़ी कि डिकी सिन्हा ने अपनी सास पर मानहानि का केस कर दिया वो केस जीत भी गए. इसके बाद दोनों परिवार के बीच रिश्ता और ज्यादा खराब हो गया. नफरत ने इस कदर घर कर लिया था कि जब करीब 30 महीने तक कोमा में रहने के बाद साल 2019 में पायल का निधन हुआ तो मौसमी उन्हें आखिरी बार देखने तक नहीं पहुंचीं

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