
बिहार पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. 2016 में सब-इंस्पेक्टर सुरेश ठाकुर की हत्या के आरोपित और कुख्यात अपराधी मुकेश कुमार उर्फ बुधन यादव को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया. वर्षों से फरार चल रहा यह अपराधी नालंदा के हिलसा इलाके में नाम और पहचान बदलकर छिपा हुआ था.
बिहार पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. 2016 में मरांची थाना के तत्कालीन सब-इंस्पेक्टर सुरेश ठाकुर की हत्या के मुख्य आरोपित और कुख्यात अपराधी मुकेश कुमार उर्फ बुधन गोप उर्फ बुधन यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यह अपराधी वर्षों से फरार चल रहा था और नाम-पहचान बदलकर नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के नोनिया बीघा गांव में छिपा हुआ था.
गुप्त सूचना के आधार पर गुरुवार को बाढ़ थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे दबोच लिया. बाढ़ एएसपी-1 राकेश कुमार ने बताया कि समकालीन अभियान के तहत फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा था, जिसके तहत यह गिरफ्तारी हुई.
हत्या, लूट और डकैती जैसे कई मामले हैं दर्ज
बुधन यादव के खिलाफ बिहार के विभिन्न थानों में हत्या, लूट और डकैती जैसे कुल 13 संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं. रामकृष्ण नगर, फतुहा, बाढ़ और नालंदा के तेल्हारा थाना समेत कई थानों की पुलिस उसे लंबे समय से तलाश रही थी.
दरोगा की हत्या कर लूट ली थी पिस्टल
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में मुकेश ने खुलासा किया कि वह पहले पीएलएफआइ (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) संगठन से जुड़ा हुआ था. उसने बताया कि संगठन के दो सदस्यों के गायब होने के बाद उसने सब इंस्पेक्टर सुरेश ठाकुर और एएसआई रामराज चौधरी की हत्या की थी.
2016 में NH-31 के गोरक्ष्मी चौक के पास सुरेश ठाकुर की हत्या कर मुकेश ने उनकी सरकारी पिस्तौल भी लूट ली थी. इसके अलावा फतुहा थाना क्षेत्र में भी कई आपराधिक वारदातों में उसकी संलिप्तता रही है. पुलिस अब उससे अन्य मामलों में पूछताछ कर रही है और इसे एक बड़ी उपलब्धि मान रही है, जो लंबे समय से फरार अपराधी को पकड़ने में सफल हुई