
पटना: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने गांधी मैदान में जुटे जन सुराज के कार्यकर्ताओं और समर्थकों से माफ़ी मांगते हुए कहा कि मैं यहां आपसे माफ़ी मांगने आया हूं। प्रशांत किशोर ने कहा कि हमलोग चार घंटे से पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के हाथ-पैर जोड़ते रहे, लेकिन बिहार में अफ़सरशाही इतनी हावी हो चुकी है कि किसी ने हमारी बात नहीं सुनी। प्रशांत किशोर ने कहा कि हमारी रैली 5 लाख से ज्यादा लोगों के साथ होने वाली थी।
प्रशांत किशोर ने कहा कि 4 घंटों से प्रशासन के सामने हाथ जोड़ रहे हैं। 2 लाख से ज्यादा लोग जाम में फंसे हुए हैं, लेकिन बिहार के निकम्मे प्रशासन के कान में जूं तक नहीं रेंगी। 2 लाख से ज्यादा लोगों को यहां पहुंचने नहीं दिया गया। नीतीश कुमार और मोदी की डबल इंजन की सरकार को उखाड़ फेंकना है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में अफसरशाही का खात्मा होकर रहेगा। लालू का अपराध का राज जनता ने खत्म किया, उसी तरह अफसरशाही सरकार को जनता उखाड़ फेंकेगी। प्रशांत किशोर काफ़ी गुस्से में दिख रहे थे। प्रशांत किशोर ने कहा कि इसी गांधी मैदान से पुलिस ने मुझे उठाया था और फिर क्या हुआ। अदालत में उन्हें मुंह की खानी पड़ी। हम सबको मिलकर इस सरकार को उखाड़ फेंकना है। प्रशांत किशोर ने प्रशासन पर रैली में आए लोगों को पटना से बाहर ही रोकने का आरोप लगाया है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि ऐसा उनकी रैली को विफ़ल करने के लिए किया गया है।