ब्रह्मांड के कई रहस्य से पर्दा उठना बाकी है ब्रह्मांड में होने वाली घटनाओं के बारे में जानना इंसानों के लिए हमेशा से रोमांस का विषय रहा है हम आपको एक ऐसी खागोलिए घटना के बारे में बताएंगे जो है आपको हैरान कर देगी|
ब्रह्मांड में होने वाली घटनाओं के बारे में जानना इंसानों के लिए हमेशा से रोमांच का विषय रहा है आज खबर में हम आपको ऐसी खगोलिए घटना के बारे में बताएंगे जो आपको हैरान कर देगी वैज्ञानिको ने अंतरिक्ष में होने वाली बेहद दुर्लभ खगोलीय घटना के बारे में पता लगा लिया है जिस दिन यह घटना घटित होगी उसे दिन आसमान को रोशनी से जगमगा उठेगा रिपोर्ट में वैज्ञानिकों के मुताबिक बताया गया कि सौरमंडल से लगभग 150 वर्ष दूर दो सफेद बौने तारे टकराएंगे इनके टकराने से विस्फोट होगा और आसमान में चांद से 10 गुना चमकदार दिखाई देगा
हम आपको टाइप वन ए सुपरनोवा के बारे में बताते हैं वैज्ञानिको के मुताबिक जब सफेद बौना तारा हद से ज्यादा वजनी हो जाता है और अपनी ही ग्रेविटी को झेल नहीं पता तो तेज धमाके के साथ फट जाता है इस प्रक्रिया को ही टाइप वन ए सुपरनोवा कहते हैं इससे ब्रह्मांड में दूरी भी पता चलती है यह स्टैंडर्ड कैंडल यानी मानक प्रकाश स्रोत के रूप में प्रयोग होता है
रिपोर्ट के अनुसार पहली बार हो रहा है जब इतने भारी सफेद बोने तारे गैलेक्सी में बेहद करीब में पाए गए हैं प्रमुख वैज्ञानिक जेम्स मंडे ने कहा कि हम सालों से ऐसे किसी सिस्टम की खोज में थे और जो यह हमारी गैलेक्सी के बेहद करीब मिला तो उत्साह दुगना हो गया है
वैज्ञानिकों की टीम ने दुनिया के सबसे बड़े टेलिस्कोप की मदद से इन तारों के जोर का अध्ययन किया इनमें से एक तारीख का बाहर हमारे सूरज का लगभग 83 परसेंट और दूसरे का 72% है खास बात यह है कि यह दोनों तारे आकार में लगभग पृथ्वी जितना ही है एक का विकास पृथ्वी से 20% ज्यादा और दूसरे का 50% ज्यादा है यानी सूर्य जितना द्रव्यमान पृथ्वी जैसे आकार में सिमटा हुआ है
यह दोनों तारे एक दूसरे के परिक्रमा कर रहे हैं धीरे-धीरे एक दूसरे के करीब आ रहे हैं जैसे से दूरी कम हो रही है भारी तारा हाल के तारे के बाहरी सतह से पदार्थ कितना शुरू कर देगा जब भारी तरल सीमा से ज्यादा भारी हो जाएगा तो उसमें थर्मो न्यूक्लियर विस्फोट होगा