
बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया। इस सत्र का आगाज नवनिर्वाचित विधायकों की शपथ ग्रहण से हुआ, जिसमें राघोपुर से पुनः निर्वाचित विधायक तेजस्वी प्रसाद यादव ने भी ईश्वर की शपथ लेकर विधायक पद की शपथ ग्रहण की। वे अब बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष होंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अन्य नेता भी उपस्थित रहे।
बिहार विधानसभा के इस सत्र में कुल 243 नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ ली। पहले दिन शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा द्वारा शपथ लेने से हुई। इसके बाद, वरीयता क्रम में अन्य मंत्रियों और विधायकों ने शपथ ली। शपथ ग्रहण से पहले, प्रोटेम स्पीकर ने सदन को संबोधित किया।
यह सत्र पांच दिनों तक चलेगा और 5 दिसंबर तक इसकी कार्यवाही जारी रहेगी। इस दौरान विधानसभा में नए अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया भी पूरी होगी। 2 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन होगा, जिसके बाद नए विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका की शुरुआत होगी।
बिहार विधानमंडल के इस शीतकालीन सत्र की यह पहली बैठक है, और इसमें विपक्ष सरकार पर हमला बोलने की रणनीति तैयार कर रहा है, जबकि सत्ता पक्ष विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए तैयार है। विधानसभा सत्र के साथ-साथ, बिहार विधान परिषद का सत्र भी 3 दिसंबर से शुरू होकर 5 दिसंबर तक चलेगा।
इस सत्र की राजनीतिक अहमियत इसलिए भी है क्योंकि यह चुनाव परिणामों के बाद पहली बैठक है, जिसमें नई सरकार और विधानसभा का माहौल बन रहा है। ऐसे में यह सत्र राज्य की राजनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा, जहां विभिन्न मुद्दों पर सरकार और विपक्ष आमने-सामने होंगे।