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हार में नई सरकार बनने के बाद भी भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका ताज़ा सबूत किशनगंज में सामने आया है। मंगलवार (02 दिसंबर 2025) को निगरानी विभाग की टीम ने राजस्व कर्मचारी राजदीप पासवान को 2.50 लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। कार्रवाई इतनी अचानक और सटीक थी कि पूरे विभाग में हड़कंप मच गया और सरकारी सिस्टम की कार्यशैली एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई।
जानकारी के मुताबिक, खगड़ा निवासी ओवैस अंसारी ने निगरानी विभाग को शिकायत दी थी कि जमीन परिमार्जन के नाम पर राजस्व कर्मचारी राजदीप पासवान उनसे 2.50 लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। शिकायत की प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद मंगलवार को पूरी योजना बनाकर कार्रवाई की गई। वहीं, निगरानी विभाग की टीम ने प्रखंड कार्यालय के पास एक होटल में पासवान को घूस की रकम लेते मौके पर ही पकड़ लिया। डीएसपी विनोद कुमार ने बताया कि ओवैस अंसारी की शिकायत मिलने के बाद सात सदस्यीय टीम गठित की गई थी, जिसने ट्रैप प्लान के तहत राजदीप पासवान को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। खबर भेजे जाने तक निगरानी की टीम आरोपी कर्मचारी को आगे की कार्रवाई के लिए पटना ले जाने की तैयारी में व्यस्त थी।
हालांकि, बार-बार होने वाली इन कार्रवाइयों के बाद भी भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग पा रही है। नालंदा से लेकर किशनगंज तक, घूसखोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जिससे साफ है कि सरकारी तंत्र में कार्रवाई का डर लगभग खत्म होता दिख रहा है। अब देखना यह होगा कि निगरानी विभाग की लगातार पड़ रही इन छापेमारीयों का कोई बड़े स्तर पर असर पड़ता है या सिस्टम पहले की तरह ही ढर्रे पर चलता रहेगा।