
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम कर ली है। बोर्ड कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान BSEB के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बोर्ड की उपलब्धियों को साझा करते हुए इसे संस्था के लिए “गौरव का विषय” बताया। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सुधार, तकनीकी नवाचार और गुणवत्ता प्रबंधन के क्षेत्र में बिहार बोर्ड ने देशभर में एक नया मानक स्थापित किया है।
प्रेस वार्ता में अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को तीन अलग-अलग श्रेणियों में अंतरराष्ट्रीय स्तर के ISO प्रमाणपत्र प्राप्त हुए हैं। इनमें उत्कृष्ट रिकॉर्ड प्रबंधन प्रणाली, सूचना सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली और गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन तीनों मानकों पर बिहार बोर्ड का शीर्ष पर रहना उसकी पारदर्शी कार्यशैली और मजबूत प्रशासनिक ढांचे को दर्शाता है। आनंद किशोर ने यह भी बताया कि इन ISO प्रमाणपत्रों को हासिल करने वाला बिहार बोर्ड देश का पहला विद्यालय परीक्षा बोर्ड बन गया है, जो न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक उपलब्धि है।
दरअसल, आगे बताया कि साल 1983 से 2025 तक जारी सभी प्रमाणपत्रों को डिजिटल कर दिया गया है और अब इन्हें ऑनलाइन उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे छात्रों को प्रमाणपत्रों के सत्यापन और अन्य आवश्यक कार्यों में काफी आसानी हो रही है। उन्होंने कहा कि बोर्ड के कई मॉड्यूल पूरी तरह कंप्यूटरीकृत कर दिए गए हैं। इसके अलावा, बिहार बोर्ड ने अपनी जरूरतों के अनुसार कई सॉफ्टवेयर स्वयं विकसित किए हैं, जिससे काम की गति, सुरक्षा और गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। आनंद किशोर ने इसे बोर्ड के सामूहिक प्रयास और सतत सुधार की नीति का परिणाम बताया। साथ ही जोर देकर कहा कि बिहार बोर्ड की यह उपलब्धि न केवल सराहनीय है बल्कि अन्य शैक्षणिक संस्थानों के लिए प्रेरणादायक भी है। यह साबित करती है कि सही नेतृत्व, तकनीक का प्रभावी उपयोग और पारदर्शी प्रशासन के जरिए सरकारी संस्थान भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं।
