
बिहार के सुपौल जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक महिला और उसके प्रेमी ने मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रची। यह ‘कंट्रेक्ट किलिंग’ की साजिश थी, जिसके तहत हत्यारों को 1.5 लाख रुपये की सुपारी दी गई थी। हालांकि, पति इस जानलेवा हमले में बाल-बाल बच गया। पुलिस ने इस सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए मुख्य साजिशकर्ता सहित कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
सुपौल जिले की पुलिस ने इस हत्या की साजिश को सफलतापूर्वक बेनकाब किया है। पुलिस की विस्तृत जाँच में यह सामने आया कि इस हत्या की योजना पीड़ित की पत्नी सोनी ने अपने बचपन के दोस्त और प्रेमी ब्रजेश के साथ मिलकर बनाई थी। सौभाग्य से, महिला के पति, शशिरंजन चौधरी, बंदूक की गोलियों के घाव से बच गए और वर्तमान में अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
यह घटना 26 नवंबर को हुई, जब शशिरंजन चौधरी त्रिवेणीगंज बाजार क्षेत्र में एक कार्यक्रम से भोजन करके अपने घर लौट रहे थे। तभी अज्ञात हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी। हमले के तुरंत बाद, पुलिस ने एक विस्तृत जाँच शुरू की, जिसमें घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए गए और चश्मदीदों के बयान दर्ज किए गए। प्रारंभिक पूछताछ के दौरान ही पुलिस को पारिवारिक कलह और आंतरिक विवाद की ओर संकेत मिला, जिसके बाद चौधरी के करीबी रिश्तेदारों से गहन पूछताछ की गई।
जाँच आगे बढ़ने पर पुलिस को पता चला कि सोनी और ब्रजेश, जो दोनों ही मधेपुरा जिले के निवासी हैं, इस पूरी साजिश के पीछे थे। पुलिस ने इस मामले में संदिग्ध मुख्य साजिशकर्ताओं सहित कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से कथित तौर पर अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियार और 62,000 रुपये नकद भी बरामद किए हैं।
पुलिस अधीक्षक (SP) सरत आर. एस. ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया, “सोनी और ब्रजेश ने मधेपुरा में एक मुलाकात के दौरान 1.5 लाख रुपये में हत्या की सुपारी को अंतिम रूप दिया था। सोनी और ब्रजेश दोनों मधेपुरा जिले के हैं और उन्होंने कथित तौर पर मिलकर हत्या की इस साजिश को रचा था।”
पुलिस रिपोर्ट में गोलीबारी वाली रात की घटनाओं का भी विस्तृत विवरण दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, चौधरी पर एक स्थानीय कार्यक्रम से निकलने के बाद हमला किया गया था। उन्हें गोली लगी, लेकिन उन्हें तुरंत पास के अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। त्रिवेणीगंज डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने घटनाक्रम को क्रमबद्ध तरीके से जोड़ा और अंततः अवैध संबंध से प्रेरित इस हत्या की साजिश का पर्दाफाश किया। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।