
नई सरकार की पहली कैबिनेट के बाद नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पोस्ट शेयर कर कहा कि सात निश्चय-2 के तहत वर्ष 2020 से 2025 के बीच 50 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार दिया गया है और अब अगले पांच वर्षों यानी 2025–30 में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी एवं रोजगार देने का लक्ष्य तय किया गया है.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 10वीं बार सीएम पद की शपथ लेने बाद लगातार अपनी सरकार की कार्ययोजना और प्राथमिकताओं को लेकर एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं.
नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि नई सरकार का सबसे बड़ा फोकस युवाओं को नौकरी और रोजगार उपलब्ध कराना है. दरअसल मंगलवार को नई सरकार की पहली कैबिनेट के बाद नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पोस्ट शेयर कर कहा कि सात निश्चय-2 के तहत वर्ष 2020 से 2025 के बीच 50 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी और रोजगार दिया गया है और अब अगले पांच वर्षों यानी 2025–30 में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी एवं रोजगार देने का लक्ष्य तय किया गया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया साइट X पर पोस्ट शेयर कर लिखा- मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि नई सरकार के गठन के साथ ही राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने और बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन के लिए तेज गति से काम शुरू कर दिया गया है. बदलते बिहार के विकास को नई रफ्तार देने के लिए प्रौद्योगिकी और सेवा आधारित नवाचारों पर आधारित “न्यू ऐज इकोनॉमी” (New Age Economy) के निर्माण का निर्णय लिया गया है. इस दिशा में बिहार से जुड़े अग्रणी उद्यमियों के सुझाव लेकर नई योजनाएं और नीतियां तैयार की जाएंगी.
प्रतिष्ठित अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों के सहयोग से एक विस्तृत रोडमैप तैयार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बिहार की आबादी में युवाओं की संख्या बहुत ज्यादा है, और यदि इस मानव संसाधन को सही दिशा मिली तो बिहार देश का सबसे तेज़ी से विकसित होने वाला राज्य बन सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार को पूर्वी भारत का नया टेक्नोलॉजी हब (Technology Hub) बनाने की योजना है, जिसके तहत डिफेंस कॉरिडोर, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स, मेगा टेक सिटी और फिनटेक सिटी की स्थापना की जाएगी। साथ ही उद्योगों के विस्तार के लिए व्यापक कार्ययोजना को लागू किया जाएगा.
युवाओं को नौकरी और रोजगार उपलब्ध कराना,कृषि क्षेत्र का विकास,स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार,पर्यटन को बढ़ावा देना उनकी प्राथमिकता है.मुख्यमंत्री ने कहा कि नई चीनी मिलों की स्थापना और बंद पड़ी पुरानी मिलों को फिर से चालू करने के लिए नीति और कार्ययोजना तैयार की गई है. इसके अलावा सभी बड़े शहरों को बेहतर और सुंदर बनाने के साथ-साथ नई तकनीकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए बिहार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मिशन की स्थापना की जाएगी. नीतीश कुमार ने बताया कि इन सभी योजनाओं के क्रियान्वयन और अनुश्रवण के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय समिति का गठन कर दिया गया है। यह समिति राज्य में औद्योगिक विकास और युवाओं को नौकरी एवं रोजगार उपलब्ध कराने से संबंधित योजनाओं की निगरानी करेगी.
सवाल-पिछले कुछ वर्षों में बिहार में औद्योगीकरण ने रफ्तार पकड़ी है और अब नई सरकार और तेज़ी के साथ काम करेगी. नीतीश कुमार ने कहा- “राज्य में औद्योगिक विकास और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के काम को हमलोग तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं… और जो काम हम शुरू करते हैं, उसे पूरा करते हैं.” नई सरकार के पहले दिन ही मुख्यमंत्री का यह रोडमैप स्पष्ट संकेत देता है कि आने वाले महीनों में बिहार में बड़े पैमाने पर औद्योगिक निवेश, रोजगार नीति और नई टेक्नोलॉजी आधारित परियोजनाओं पर जोर रहने वाला है।