
बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी हार के बाद लालू परिवार में बड़ी दरार उभरकर सामने आई है। शनिवार को रोहिणी आचार्या ने सोशल मीडिया X पर चौंकाने वाली पोस्ट करते हुए राजनीति छोड़ने और परिवार से नाता तोड़ने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने लिखा कि संजय यादव और रमीज के कहने पर वह यह कदम उठा रही हैं और इसके लिए पूरा दोष वह खुद ले रही हैं।
चुनाव नतीजों में आरजेडी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी जहां 2020 में 75 सीटें जीतकर सबसे बड़ी ताकत बनी थी, वहीं इस बार सिर्फ 25 सीटों पर सिमट गई। तेजप्रताप यादव लगभग 50 हजार वोटों से हार गए, जबकि लंबे संघर्ष के बाद तेजस्वी यादव अपनी सीट बचाने में सफल रहे। हार के बाद लालू परिवार के भीतर मतभेद खुलकर सामने आ रहे हैं। आरजेडी सांसद संजय यादव को लेकर परिवार में टकराव बढ़ता दिख रहा है। तेजप्रताप ने भी सोशल मीडिया पर लिखा था कि ‘जयचंदों ने राजद को खोखला कर दिया’, जिससे अंदरूनी खींचतान और गहरी हो गई। इससे पहले रोहिणी आचार्या पार्टी से लेकर परिवार तक लगभग सभी सदस्यों को सोशल मीडिया पर अनफॉलो कर चुकी थीं, जिसके बाद शनिवार को उनके राजनीति और परिवार से दूरी बनाने के ऐलान ने नए सियासी संकेत दे दिए हैं।

लालू यादव द्वारा तेजस्वी को फ्री हैंड दिए जाने के बाद संजय यादव का प्रभाव तेज़ी से बढ़ा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तेजस्वी की रणनीति, मुलाकातें और राजनीतिक दिशा तय करने में संजय यादव की भूमिका बेहद अहम हो गई है। इसी बढ़ते प्रभाव पर रोहिणी ने अपने पोस्ट में इशारों-इशारों में सवाल उठाए हैं, जबकि तेज प्रताप पहले ही खुले तौर पर संजय को निशाने पर ले चुके हैं। तेज प्रताप पिछले कई दिनों से ‘जयचंद’ कहते हुए जिस पर वार कर रहे हैं, माना जाता है कि उनका इशारा भी संजय यादव की ओर ही है। परिवार के भीतर इस तरह की बयानबाज़ी ने लालू परिवार की अंदरूनी तनातनी को और खुलकर सामने ला दिया है।