
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों ने एक बार फिर सियासी हलचल बढ़ा दी है। इस चुनाव में NDA ने रिकॉर्ड बहुमत हासिल करते हुए 202 सीटें अपने नाम कर लीं, जबकि महागठबंधन सिर्फ 35 सीटों पर सिमट गया। नतीजों ने जहां राजनीतिक समीकरणों को हिलाकर रख दिया, वहीं राजद के दो प्रमुख चेहरों का प्रदर्शन भी चर्चा में है। तेजस्वी यादव ने राघोपुर से जीत दर्ज की, लेकिन उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव महुआ से करारी हार का सामना कर बैठे। यह नतीजा पार्टी समर्थकों के लिए उतना ही चौंकाने वाला है जितना सियासी विश्लेषकों के लिए।
जानकारी के लिए बता दें कि लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपनी हार पर चुप्पी तोड़ते हुए एक चौंकाने वाली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपनी चुनावी हार को ही “वास्तविक जीत” करार दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा। और उन्हें लेकर पोस्ट में लिखा कि “बिहार की जनता ने भाई-भतीजावाद को ठुकरा दिया है।”
दरअसल, तेज प्रताप यहीं नहीं रुके। उन्होंने अपनी पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर तारीफ की और उन्हें दुनिया का सबसे लोकप्रिय नेता बताया। साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के काम की भी सराहना की। एनडीए की विजय को उन्होंने पांच पांडवों की एकता की जीत करार दिया। अंत में उन्होंने महुआ की जनता को संदेश दिया कि हारने के बाद भी मैं महुआ की जनता के लिए काम करता रहूंगा।
