
मोकामा हत्याकांड के बाद बिहार में चुनावी सुरक्षा को लेकर चुनाव आयोग पूरी तरह एक्शन मोड में आ गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के शीर्ष अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा की है और सभी जिलों में लाइसेंसी हथियार तत्काल जमा कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अवैध हथियारों की बरामदगी के लिए विशेष अभियान चलाने को कहा गया है, ताकि आगामी विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो सकें।
दरअसल, चुनाव आयोग ने बिहार में आदर्श आचार संहिता के सख्त पालन के आदेश देते हुए सभी जिलों के अधिकारियों को चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। आयोग ने कहा है कि राज्य की सीमाओं पर विशेष निगरानी रखी जाए, ताकि बाहरी असामाजिक तत्व चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित न कर सकें। साथ ही अफवाह फैलाने वालों और अराजक तत्वों पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा गया है। आयोग ने संवेदनशील और अति-संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने, स्ट्रांग रूम और ईवीएम की सुरक्षा को लेकर विस्तृत समीक्षा की है। वहीं, इधर, मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या के बाद चुनावी हिंसा को लेकर एक और एफआईआर दर्ज की गई है। आरजेडी उम्मीदवार वीणा देवी के समर्थकों की शिकायत पर पंडारक थाना क्षेत्र में मामला दर्ज हुआ है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को दुलारचंद यादव की शवयात्रा के दौरान पंडारक में बवाल हुआ था, जिसमें वीणा देवी के काफिले की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। इस घटना को लेकर पुलिस ने सुमित, सोनू और गोलू नामक तीन लोगों को नामजद आरोपी बनाया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और दोनों पक्षों से पूछताछ जारी है।
मोकामा हत्याकांड में अब तक कुल चार एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। भदौर थाना में दर्ज तीन मामलें दर्ज किए गए हैं। एक ओर जहां जन सुराज समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या का आरोप जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह और उनके परिजनों पर लगाया गया है, वहीं दूसरी ओर अनंत समर्थकों ने भी जन सुराज प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी और उनके साथियों को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया है। चौथी एफआईआर पंडारक थाने में दर्ज की गई है, जो दुलारचंद की शव यात्रा के दौरान हुई झड़प से जुड़ी है। फिलहाल पुलिस सभी मामलों की जांच में जुटी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट व वीडियो साक्ष्यों के आधार पर पूरे घटनाक्रम की कड़ियों को जोड़ने की कोशिश कर रही है।