
बिहार विधानसभा चुनाव में छपरा विधानसभा सीट से मिली करारी हार के बाद भोजपुरी फिल्म स्टार और आरजेडी प्रत्याशी खेसारी लाल यादव ने अपने एक कदम से राजनीतिक और धार्मिक हलकों में सबको चौंका दिया है। चुनाव प्रचार के दौरान राम मंदिर के मुद्दे पर विवादास्पद बयान देकर साधु-संतों और बीजेपी के निशाने पर आए खेसारी लाल यादव अब अचानक भगवान श्रीराम की शरण में आ गए हैं।
हार के बाद खेसारी लाल यादव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेज ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर अपने परिवार के साथ एक वीडियो और तस्वीरें पोस्ट की हैं, जिसमें वह सपरिवार भगवान श्रीराम, माता सीता और हनुमान जी की पूजा-अर्चना करते नजर आ रहे हैं।
विवाह पंचमी पर पोस्ट किया आस्था का संदेश
खेसारी लाल यादव ने इस पोस्ट के साथ लिखा है “आज विवाह पंचमी के मंगल अवसर पर घर में पूरे परिवार के साथ भगवान श्रीराम, माता सीता और हनुमान जी की पूजा अर्चना की। प्रभु श्रीराम और माता जानकी से यही प्रार्थना कि उनके आशीर्वाद से सबके जीवन में शांति रहे और अयोध्या जी समेत पूरे भारतवर्ष में धर्म-ध्वज यूं ही ऊंचा लहराता रहे। जय जय श्री राम!”
यह पोस्ट इसलिए भी अत्यधिक चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि यह ठीक उस समय आया है जब उन्हें छपरा सीट पर हार का सामना करना पड़ा है, और चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने राम मंदिर को लेकर बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था।
‘राम मंदिर में पढ़कर अफसर बन जाऊंगा क्या?’
खेसारी लाल यादव ने आरजेडी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव प्रचार करते हुए राम मंदिर के मुद्दे पर बयान दिया था: “राम मंदिर में पढ़कर अफसर बन जाऊंगा क्या? राम मंदिर आस्था का विषय है।” उनके इस बयान को बीजेपी नेताओं और तमाम हिंदू संगठनों ने चुनाव में धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया था। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान उन पर लगातार विरोध और हमले होते रहे, लेकिन खेसारी लाल यादव अपने बयान पर कायम रहने की बात दोहराते रहे थे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार के विधानसभा चुनाव में धार्मिक ध्रुवीकरण और राम मंदिर जैसे आस्था से जुड़े मुद्दों ने बीजेपी को मजबूती प्रदान की थी, जबकि खेसारी लाल यादव का बयान उनके खिलाफ गया। छपरा की जनता के बीच यह संदेश गया कि वह धार्मिक मुद्दों के प्रति संवेदनशील नहीं हैं।
अब चुनाव में हार मिलने और राजनीतिक गलियारों में अपनी किरकिरी होने के बाद, खेसारी लाल यादव का खुद ही भगवान श्रीराम की पूजा करने और ‘अयोध्या जी समेत पूरे भारतवर्ष में धर्म-ध्वज ऊंचा लहराने’ की प्रार्थना करने का वीडियो शेयर करना, उनकी बदली हुई रणनीति को दर्शाता है। यह कदम उनके समर्थकों के बीच भ्रम की स्थिति भी पैदा कर सकता है और विरोधी दल इसे हार के बाद ‘पलटी’ मारने के रूप में प्रचारित कर रहे हैं। इस पोस्ट से साफ है कि भोजपुरी स्टार अब धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर अपनी छवि को सुधारने की कोशिश में लगे हुए हैं।
