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छोटी कुमारी: खेसारी लाल को हराकर रचा इतिहास, साधारण गृहिणी से छपरा विधायक बनने तक का प्रेरणादायक सफर

बिहार, छपड़ा

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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में छपरा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नवनिर्वाचित विधायक छोटी कुमारी इस समय पूरे राज्य की राजनीतिक चर्चाओं के केंद्र में हैं। एक साधारण पृष्ठभूमि से आकर उन्होंने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के ‘सुपरस्टार’ और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रत्याशी खेसारी लाल यादव को पराजित कर न केवल इतिहास रच दिया, बल्कि अपनी जीत से महिला सशक्तिकरण का एक मजबूत संदेश भी दिया है। उनकी यह जीत एक राजनीतिक चमत्कार से कम नहीं मानी जा रही है।

जीत के बाद दिए गए एक विस्तृत साक्षात्कार में छोटी कुमारी ने अपने संघर्षपूर्ण सफर, सफलता के सूत्र और भविष्य की योजनाओं पर खुलकर बात की।

साधारण परिवार से शिखर तक का सफर
छोटी कुमारी अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार के संस्कारों और अनुशासित माहौल को देती हैं। उन्होंने बताया कि वह एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार में पली-बढ़ीं, जहाँ मेहनत, ईमानदारी और समाज के प्रति जिम्मेदारी को जीवन का आधार माना जाता था।

• शिक्षा: उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी उच्च विद्यालय बाजितपुर, परसा (सारण) से हुई। इसके बाद उन्होंने इंटर मुंशी लाल महाविद्यालय, दिघवारा से इंटर और फिर शिव जन्म राय महाविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की।

• प्रेरणा स्रोत: पढ़ाई के दौरान उन्होंने विभिन्न सामाजिक गतिविधियों और नेतृत्व के अवसरों में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिससे उनकी रुचि राजनीति में जगी। वह मानती हैं कि उनके जीवनसाथी और परिवार का हर कठिन समय में मिला सहयोग ही उनकी सार्वजनिक जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरक शक्ति रही है।

राजनीति ‘सत्ता’ नहीं, ‘सेवा’ का मार्ग
छोटी कुमारी राजनीति को सत्ता प्राप्त करने का साधन नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम मानती हैं। उनका मानना है कि राजनीति तभी सार्थक है जब वह जनता की समस्याओं के समाधान की दिशा में कार्य करे। उनका प्राथमिक संकल्प समाज के कमजोर वर्गों विशेषकर महिलाओं, युवाओं और ग्रामीण परिवारों को सशक्त बनाना है। उनका कहना है कि जनसमस्याओं को समझना और उसके अनुरूप नीति एवं कदम उठाना ही उनकी राजनीति की मूल भावना है।

सीमित संसाधनों में जीती कठिन जंग
छपरा में चुनावी मुकाबला बेहद चुनौतीपूर्ण था। एक ओर खेसारी लाल यादव की अपार फिल्मी लोकप्रियता थी, तो दूसरी ओर सीमित संसाधनों वाली एक साधारण, पर दृढ़ निश्चयी महिला। वह स्वीकार करती हैं कि उन्हें संगठन निर्माण, घर-घर संपर्क और बार-बार सामाजिक पूर्वाग्रहों से जूझना पड़ा। उन्होंने बताया कि वह खुद हर घर, हर गली-मोहल्ले में गईं, लोगों की तकलीफें सुनीं और उन्हें यह भरोसा दिलाया कि वह उनकी “आवाज़” बनकर खड़ी रहेंगी। उनके पारदर्शी व्यवहार और जनता के अपार समर्थन ने ही अंततः उन्हें यह बड़ी जीत दिलाई।

महिलाओं के लिए विशेष संदेश: शिक्षा और आत्मनिर्भरता
विधायक छोटी कुमारी ने राज्य की महिलाओं से विशेष अपील करते हुए कहा कि वे अपनी आंतरिक शक्ति को पहचानें और खुद को किसी भी परिस्थिति में पीछे न रखें। उन्होंने शिक्षा को सबसे बड़ा हथियार बताते हुए कहा कि आत्मनिर्भरता ही महिला सशक्तिकरण की सबसे मजबूत नींव है। उन्होंने आत्मविश्वास से कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, और महिलाओं के आगे बढ़ने से ही समाज और राष्ट्र विकास के नए पायदान पर पहुंचते हैं।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूडी सहित भाजपा नेतृत्व का आभार व्यक्त किया। वह अपनी जीत को जनता की जीत और जिम्मेदारी की नई शुरुआत मानती हैं, जिसका संकल्प छपरा के विकास और जनसेवा के लिए पूर्ण निष्ठा के साथ कार्य करना है।

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