
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने बड़ा कदम उठाया है। आयोग ने 6 विधानसभा क्षेत्रों के 2,135 मतदान केंद्रों पर मतदान का समय एक घंटा कम कर दिया है। इन केंद्रों पर अब सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा, जबकि बाकी के 115 विधानसभा क्षेत्रों में वोटिंग का समय पहले की तरह सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा।
जिन क्षेत्रों में मतदान समय घटाया गया है, उनमें सिमरी बख्तियारपुर के 410, महिषी के 361, तारापुर के 412, मुंगेर के 404, जमालपुर के 492 और सूर्यगढ़ा के 56 मतदान केंद्र शामिल हैं। इन इलाकों को संवेदनशील और दुर्गम माना गया है, जहां सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है।
पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर 6 नवंबर को मतदान होगा। इस चरण में कुल 1,314 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें नीतीश सरकार के 16 मंत्री भी शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने नक्सल प्रभावित इलाकों में विशेष निगरानी और ड्रोन की सहायता से निगरानी की व्यवस्था की है। साथ ही हर मतदान केंद्र पर वीडियोग्राफी और पैरामिलिट्री फोर्स की मौजूदगी सुनिश्चित की गई है।
राज्य भर में कुल 45,324 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 36,733 और शहरी इलाकों में 8,608 बूथ शामिल हैं। इनमें से 926 बूथों का संचालन महिलाओं द्वारा और 107 बूथों का संचालन दिव्यांग मतदाताओं द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा 320 बूथों को मॉडल बूथ के रूप में तैयार किया गया है ताकि मतदाताओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
चुनाव प्रचार मंगलवार शाम 6 बजे समाप्त हो गया, जिसके बाद अब सारा ध्यान 6 नवंबर को होने वाले मतदान पर केंद्रित है। मतदाता जागरूकता अभियान तेज़ी से चल रहा है ताकि अधिक से अधिक लोग मतदान में भाग लें। यह चरण राज्य की राजनीति में निर्णायक माना जा रहा है, जिसके नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। परिणाम तय करेंगे कि बिहार की जनता किस विकास मॉडल पर भरोसा करती है।