
बिहार की राजधानी पटना में आज से मेट्रो ट्रेन का परिचालन शुरू हो गया है। यह पटनावासियों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, जिसका वर्षों से इंतजार था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर प्राथमिक कॉरिडोर (Priority Corridor) का उद्घाटन किया, जिसके साथ ही शहर में आधुनिक परिवहन के एक नए युग की शुरुआत हो गई है।
उद्घाटन और प्रारंभिक रूट
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्राथमिक कॉरिडोर के तीन स्टेशनों – पाटलिपुत्र बस टर्मिनल (ISBT), जीरो माइल और भूतनाथ – का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद, पटना मेट्रो की रेड लाइन पर इन तीन स्टेशनों के बीच नियमित संचालन शुरू हो गया है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने मेट्रो कॉरिडोर वन (Corridor 1) की आधारशिला भी रखी। इस कॉरिडोर के तहत पटना जंक्शन से रुकनपुरा तक 9.35 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी, जिसमें 6 अंडरग्राउंड स्टेशन शामिल होंगे।
कितना होगा किराया?
पटना मेट्रो का न्यूनतम किराया 15 रुपये निर्धारित किया गया है, जबकि अधिकतम किराया फिलहाल 30 रुपये होगा।
क्या होगी टाइमिंग?
पहले फेज में, ISBT मेट्रो स्टेशन से भूतनाथ रोड तक मेट्रो सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी। यात्रियों को हर 20 मिनट पर हर एक स्टेशन पर मेट्रो उपलब्ध होगी। यह सुविधा हर रोज 40 से 42 फेरे लगाएगी।
बिहार की पहचान
मेट्रो कोचों को बिहार की सांस्कृतिक पहचान से जोड़ा गया है। गोलघर, महावीर मंदिर, भगवान महावीर और मधुबनी पेंटिंग जैसे चित्रों से सजाकर इन कोचों में कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं, जो यात्रियों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करेंगी।
यात्रियों के लिए विशेष सुविधाएँ
यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा का खास ध्यान रखा गया है:
आरक्षण: महिलाओं और दिव्यांगों के लिए हर ट्रेन में 12-12 सीटें आरक्षित की गई हैं।
टेक्नोलॉजी: मेट्रो कोच में मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग की सुविधा भी उपलब्ध है।
सुरक्षा: हर कोच में सभी दरवाजों के पास एक लाल रंग का पैनिक बटन दिया गया है। बटन दबाने पर यात्री सीधे मेट्रो रेल के ड्राइवर से बात कर सकते हैं।
अन्य सुविधाएं: कोच के अंदर डिस्प्ले बोर्ड पर अगले स्टेशन की जानकारी और घोषणाएं लगातार चलती रहेंगी।
स्पीड: शुरुआत में मेट्रो की अधिकतम स्पीड 40 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
सीसीटीवी: सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर मेट्रो कोच में 360 डिग्री सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इमरजेंसी के लिए दो इमरजेंसी बटन और माइक्रोफोन की सुविधा भी है।
परियोजना की लागत और लक्ष्य
पटना मेट्रो परियोजना की कुल लागत लगभग 13,925.5 करोड़ रुपये है, जिसमें जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA), केंद्र सरकार और बिहार सरकार का महत्वपूर्ण योगदान है।
पटना मेट्रो में दो कॉरिडोर शामिल हैं: रेड लाइन (16.86 किलोमीटर) और ब्लू लाइन (14.56 किलोमीटर), जिनमें कुल 24 स्टेशन होंगे। परियोजना के पहले चरण का पूरा संचालन साल 2027 तक शुरू होने की संभावना है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना पटना की यातायात व्यवस्था को हमेशा के लिए बदल देगी।

