
बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद दूसरी बार और छठ महापर्व के बाद पहली बार बिहार दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में विपक्ष, खासकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर करारा हमला बोला। मुजफ्फरपुर की जनसभा से, पीएम मोदी ने बिना नाम लिए राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को ‘दो युवराज’ करार देते हुए कहा कि उन्होंने ‘झूठे वादों की दुकान’ खोल रखी है और इन पर उनके अपने लोग भी भरोसा नहीं करते।
पीएम मोदी ने इस बार अपने संबोधन में विपक्षी दलों के आरोपों का सीधा जवाब दिया और उन्हें ‘जंगलराज’ और ‘कुशासन’ के नाम पर घेरा। यहां प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की 10 प्रमुख बातें दी गई हैं, जिन्होंने बिहार के सियासी माहौल को गरमा दिया है:
छठ पर्व का अपमान और यूनेस्को का प्रयास: पीएम मोदी ने कहा कि सरकार छठ पर्व को यूनेस्को की सूची में शामिल कराने का प्रयास कर रही है, वहीं विपक्ष (कांग्रेस-राजद) छठ मैया का अपमान कर रहा है, इसे ‘नौटंकी’ और ‘ड्रामा’ बता रहा है। उन्होंने जनता से ऐसे लोगों को सजा देने का आह्वान किया।
‘पांच ‘क’ से जंगलराज की पहचान’: उन्होंने राजद और कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि उनकी पहचान पांच ‘क’ से है—कट्टा, क्रूरता, कटुता, कुशासन, और करप्शन (भ्रष्टाचार)। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों ने वर्षों तक राज किया, लेकिन बिहार के साथ विश्वासघात किया।
विकसित बिहार की आवश्यकता: पीएम ने कहा कि विकसित भारत बनाने के लिए बिहार का विकसित होना जरूरी है, लेकिन कांग्रेस और राजद बिहार को विकसित नहीं बना सकते।
आत्मनिर्भरता और पलायन पर संकल्प: उन्होंने कहा कि बिहार में इंजन बन रहे हैं, मखाना दुनिया भर में जा रहा है। एनडीए का संकल्प है—बिहार में कमाई, दवाई, पढ़ाई और सिंचाई, ताकि बिहार का बेटा पलायन न करे और यहीं काम करे।
GST और खपत में वृद्धि: पीएम ने दावा किया कि जीएसटी बचत उत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल अक्टूबर-सितंबर में बिहार में मोटर बाइक की खरीददारी तीन गुना (50 हजार से डेढ़ लाख) बढ़ गई है, जो राज्य की बढ़ती समृद्धि का प्रमाण है।
गोलू अपहरण कांड का जिक्र: पीएम मोदी ने गोलू अपहरण कांड को याद करते हुए राजद के शासनकाल को ‘जंगलराज’ से जोड़ा। उन्होंने कहा कि 2001 में स्कूल जाते बच्चे गोलू का अपहरण हुआ और फिर टुकड़े-टुकड़े कर दिए गए, लेकिन राजद वालों को रोते-बिलखते मां-बाप से कोई मतलब नहीं था।
विपक्ष के ‘खतरनाक’ नारे: उन्होंने कहा कि राजद के ताजा प्रचार और चुनावी नारों में ‘छर्रा, कट्टा, दोनाली’ जैसे खतरनाक शब्दों का इस्तेमाल हो रहा है, जो उनकी नीयत दर्शाता है।
GI टैग और कृषि पर फोकस: पीएम ने कहा कि बिहार आत्मनिर्भर भारत की धुरी बनने जा रहा है। लीची, जर्दालु आम, मखाना, मगही पान, कतरनी और मर्चा धान जैसे उत्पादों को जीआई टैग मिला है। सरकार कृषि आधारित फूड प्रोसेसिंग पर काम कर रही है और पीएम किसान योजना के तहत मुजफ्फरपुर के किसानों के खाते में डेढ़ हजार करोड़ रुपये पहुँचे हैं।
बाबा साहेब और पिछड़ा वर्ग सम्मान: उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने बाबा साहब आंबेडकर से जुड़े स्थलों को पंच तीर्थ स्थल बनाया और पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। उन्होंने कहा कि एनडीए का उद्देश्य सबको सम्मान दिलाना है।
‘दो युवराज’ और ‘गालियां’: पीएम ने कहा कि दो युवराजों—एक भारत के सबसे भ्रष्ट परिवार का और दूसरा बिहार के भ्रष्ट परिवार का—ने झूठे वादों की दुकान खोल रखी है। उन्होंने कहा कि नामदार लोग कामदार को गाली दे रहे थे और उन्हें बर्दाश्त नहीं होता कि चाय बेचने वाला यहां तक पहुंच गया है।
