
नाथनगर विधानसभा क्षेत्र में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। यह चुनाव मुख्य रूप से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) LJP(R) के बीच सीधी टक्कर में तब्दील हो चुका है। दोनों ही दल अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। इस महत्वपूर्ण मुकाबले में मतदाता आगामी 11 नवंबर को अपना बहुमूल्य वोट डालेंगे।
चुनाव आयोग ने नाथनगर विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने की अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस बार कुल 15 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिससे मुकाबला काफी रोचक हो गया है।
प्रमुख उम्मीदवारों में बदलाव और चुनावी समीकरण
इस बार के चुनाव में दोनों मुख्य पार्टियों – राजद और एलजेपीआर – ने अपने-अपने उम्मीदवारों को बदल दिया है। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने जिला परिषद अध्यक्ष मिथुन कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया है, जिनका चुनाव चिह्न हेलीकॉप्टर है। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल ने पूर्व प्रशासनिक अधिकारी शेख जियाउल हसन को मैदान में उतारा है, जिनका चुनाव चिह्न लालटेन है।
इन दो प्रमुख उम्मीदवारों के अलावा, जन सुराज पार्टी ने भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। पार्टी ने अजय कुमार राय को अपना प्रत्याशी बनाया है, जिनका चुनाव चिह्न स्कूल का बस्ता है। जानकारों का मानना है कि अजय कुमार राय इस मुकाबले को त्रिकोणीय और रोमांचक बनाने की पूरी क्षमता रखते हैं, जिससे मुख्य मुकाबला सिर्फ राजद और एलजेपीआर तक सीमित नहीं रह जाएगा।
जातिगत समीकरण और वोट बैंक पर नजर
दोनों मुख्य पार्टियों की नजरें जातिगत समीकरण और विशिष्ट वोट बैंकों पर टिकी हुई हैं। राजद पारंपरिक रूप से एम-वाई (मुस्लिम-यादव) मतदाताओं पर निर्भर रही है, लेकिन इस बार पार्टी इन समीकरणों के साथ-साथ सवर्ण मतदाताओं में भी सेंधमारी करने की कोशिश कर रही है ताकि अपनी जीत का अंतर बढ़ाया जा सके।
दूसरी ओर, एलजेपीआर भी राजद के वोट बैंक में सेंधमारी करने की फिराक में है, खासकर वाई (यादव) मतदाताओं में। इसके साथ ही, एलजेपीआर दलित, गंगातो (अत्यंत पिछड़ा वर्ग) और सवर्ण मतदाताओं के भरोसे अपनी चुनावी नैया पार लगाने की जुगत में है।
इन प्रमुख दलों के अतिरिक्त, बहुजन समाज पार्टी (BSP) के रविश चंद्र रवि कुशवाहा भी चुनाव मैदान में हैं, जिनका चुनाव चिह्न हाथी है। अन्य महत्वपूर्ण प्रत्याशियों में आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन से मो. इस्माइला (पतंग) और भारतीय पार्टी (लोकतांत्रिक) से मो. मंजर आलम (बाल्टी) शामिल हैं।

राजद और एलजेपीआर, दोनों ही अपनी जीत पक्की करने के लिए क्षेत्र में सघन जनसंपर्क और रैलियों के माध्यम से जोर-आजमाइस कर रहे हैं। 11 नवंबर को होने वाले मतदान के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि नाथनगर की जनता का जनादेश किस पार्टी के पक्ष में जाता है।