सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ निरंजन कुमार ने बताया कि मौसम बदलने से दस्त, डायरिया व बुखार के मरीज बढ़ जाते हैं. अस्पताल में मरीजों के लिये सभी प्रकार की दवा उपलब्ध हैं. हलांकि इस मौसम में लोगों को अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
बाढ़ व बारिश के बाद जिले में जहां डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं, वहीं बदलते मौसम के बीच डायरिया, पेचिश व बुखार के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सितंबर के महज 29 दिनों में डायरिया व पेचिश के 383 मरीज इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती हुए, जबकि इस दौरान बुखार के 242 मरीज भर्ती हुए.
बुखार के सर्वाधिक 242 मरीज मिले
बाढ़ व बारिश के बीच जिले में लगातार मौसम में बदलाव हो रहा है. कभी बारिश तो कभी तेज घूप के गर्मी के कारण मौसमी बीमारी के मामले भी बढ़ने लगे हैं. सितंबर माह के 29 दिनों में सदर अस्पताल में सबसे अधिक दस्त व डायरिया के मरीज भर्ती हुए. इस दौरान दस्त व डायरिया के 383 मरीज इलाज के लिए भर्ती हुए. इसके अतिरिक्त इस माह बुखार के भी सर्वाधिक 242 मरीज इलाज के लिये भर्ती हुए. सांस की तकलीफ के कुल 77 मरीज सितंबर माह के 29 दिनों में इलाज के लिये भर्ती हुए.
डेंगू के अब तक 17 संभावित मरीज मिले
जिले में बाढ़ व बारिश के बाद प्रत्येक वर्ष डेंगू संक्रमण का खतरा सबसे अधिक बढ़ जाता है. इस साल भी बाढ़ व बारिश के बाद जिले में डेंगू के मामले सामने आने लगे हैं. केवल सदर अस्पताल के सरकारी आंकड़ों को देखें तो सितंबर माह के 29 दिनों में जहां डेंगू के 17 संभावित मरीज इलाज को लेकर पहुंचे. इसमें से सात मरीज एलिजा जांच में डेंगू के कंफर्म मरीज थे. जिले में अबतक बरियापुर, हवेली खड़गपुर, संग्रामपुर प्रखंड सहित मुंगेर शहर के पूरबसराय, घोषीटोला, शादीपुर में डेंगू के कंफर्म मरीज मिल चुके हैं.


