
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के तहत सुल्तानगंज विधानसभा क्षेत्र (Sultanganj Assembly Constituency) में इस बार मुकाबला बेहद कड़ा और रोमांचक होने की संभावना है। यहां प्रमुख रूप से तीन पार्टियां – जनता दल यूनाइटेड (JDU), राष्ट्रीय जनता दल (RJD), और कांग्रेस (Congress) – आमने-सामने हैं, जिससे यह एक त्रिकोणीय मुकाबला बन गया है। इस सीट के मतदाता 11 नवंबर को अपना वोट डालकर इन उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे।
पुराने चेहरों पर भरोसा, राजद का नया दांव
इस चुनाव में, जदयू और कांग्रेस ने अपने पुराने और भरोसेमंद प्रत्याशियों पर ही दांव लगाया है।
जदयू (JDU): सत्तारूढ़ जदयू ने अपने वर्तमान विधायक ललित नारायण मंडल को फिर से टिकट दिया है। मंडल अपनी पिछली जीत और क्षेत्र में अपनी व्यक्तिगत लोकप्रियता के दम पर मतदाताओं को एकजुट करने का प्रयास कर रहे हैं। जदयू की रणनीति जातीय वोटरों के साथ-साथ सवर्ण और दलित वोटरों के समर्थन से अपनी जीत सुनिश्चित करने की है।
कांग्रेस (Congress): महागठबंधन में सीट बंटवारे के तहत कांग्रेस ने अपने पुराने प्रत्याशी ललन कुमार को मैदान में उतारा है। ललन कुमार अपनी पार्टी के पारंपरिक जनाधार और स्थानीय कनेक्टिविटी पर निर्भर हैं।
राजद (RJD): इस बार सुल्तानगंज सीट पर राजद ने वर्षों बाद अपना उम्मीदवार उतारकर मुकाबले को और भी दिलचस्प बना दिया है। राजद ने चंदन कुमार उर्फ चंदन कुमार सिन्हा को अपना प्रत्याशी बनाया है, जिनका चुनाव चिह्न ‘लालटेन’ है। राजद का मुख्य फोकस एम-वाई (मुस्लिम-यादव) और पचपौनिया मतदाताओं के एकजुट समर्थन पर है, और यह पार्टी युवा मतदाताओं को भी बड़े पैमाने पर आकर्षित करने की कोशिश कर रही है।
सुल्तानगंज विधानसभा सीट पर महागठबंधन (INDIA Alliance) के दो प्रमुख सहयोगी दल—कांग्रेस और राजद—आपस में ही टकरा रहे हैं, जिससे यह सीट गठबंधन के भीतर ही सीधा मुकाबला बन गई है।
जन सुराज की एंट्री से मुकाबला हुआ त्रिकोणीय
पारंपरिक दलों के अलावा, जन सुराज पार्टी ने भी मुकाबले में अपना दम दिखाया है। जन सुराज ने राकेश कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिनका चुनाव चिह्न ‘स्कूल का बस्ता’ है। जन सुराज की उपस्थिति ने इस मुकाबले को औपचारिक रूप से त्रिकोणीय बना दिया है, और यह तय है कि राकेश कुमार कुछ वर्गों के वोटों को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे मुख्य दलों के समीकरण बिगड़ सकते हैं।
चुनावी मैदान में कुल 12 प्रत्याशी
सुल्तानगंज विधानसभा सीट से कुल 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इनमें प्रमुख दलों के अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से मतीउर्रहमान, समता पार्टी से बंटी ठाकुर, भारतीय लोक चेतना पार्टी से विपिन कुमार सिंह, एसयूसीआइ से सुनिल कुमार और जागरूक जनता पार्टी से सुमन कुमार भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, अजित कुमार, धर्मेंद्र सिंह और राहुल कुमार जैसे निर्दलीय प्रत्याशी भी हैं, जो छोटे-छोटे वोट बैंक को प्रभावित कर सकते हैं।
11 नवंबर को होने वाले मतदान में सुल्तानगंज के मतदाता यह तय करेंगे कि उनकी जीत की राह मंडल की लोकप्रियता, राजद के जातीय समीकरण, या कांग्रेस के पारंपरिक आधार से होकर गुजरेगी। कुल मिलाकर, सुल्तानगंज में इस बार का विधानसभा चुनाव बेहद कांटे की टक्कर वाला साबित होने वाला है।
