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बिहार चुनाव से पहले ‘हम’ को झटका: मांझी की पार्टी से सामूहिक इस्तीफ़ा, कई नेताओं ने थामा जसुपा का दामन

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बिहार चुनाव से पहले 'हम' को झटका: मांझी की पार्टी से सामूहिक इस्तीफ़ा, कई नेताओं ने थामा जसुपा का दामन

आगामी बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) से ठीक पहले जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को गया जिले में बड़ा झटका लगा है। पार्टी के कई महत्वपूर्ण नेताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा देकर प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की जन सुराज पार्टी (जसुपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली है। इन नेताओं ने ‘हम’ पार्टी पर परिवारवाद और पूंजीपतियों के साथ गठजोड़ करने का गंभीर आरोप लगाया है।

रविवार को गया जिले से आए ‘हम’ पार्टी के एससी-एसटी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश्वर मांझी, राष्ट्रीय महासचिव रही डॉ. शशि यादव, प्रदेश महासचिव लक्ष्मण मांझी, प्रदेश सचिव राकेश कुमार सिंह, प्रदेश युवा सचिव सुनील चंद्रवंशी, जिला परिषद सदस्य पार्वती देवी और गणेश मांझी सहित कई नेताओं ने जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) का दामन थाम लिया। जसुपा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने इन सभी का पीला गमछा ओढ़ाकर गर्मजोशी से स्वागत किया।

“मांझी की पार्टी परिवार तक सिमट गई”
जसुपा में शामिल हुए इन नेताओं ने जीतन राम मांझी के नेतृत्व पर सीधा निशाना साधा। हम के एससी-एसटी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे राजेश्वर मांझी ने कहा कि वह मांझी जी को पिता तुल्य मानते हैं, लेकिन पार्टी भटक गई है। उन्होंने आरोप लगाया, “मैंने मांझी जी को कई बार कहा भी कि पार्टी भटक गई है। पार्टी के लोग अब पूंजीपतियों के साथ हैं, लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं मानी। इसलिए हम लोगों ने सामूहिक तौर पर त्यागपत्र दे दिया।”

वहीं, राष्ट्रीय महासचिव रही डॉ. शशि यादव ने कहा कि “हम” पार्टी अब परिवार और रिश्तेदार तक सिमट कर रह गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘हम’ का मतलब अब जीतन राम मांझी, संतोष मांझी, ज्योति मांझी ही है। जिला परिषद सदस्य पार्वती देवी ने भी मांझी के इस रवैया पर निराशा व्यक्त की और कहा कि उनको अब मात्र अपना परिवार दिख रहा है।

“बिहार के बच्चों का भविष्य बदलने के लिए काम करेंगे”
जन सुराज में शामिल होने वाले नेताओं ने कहा कि अब वे बिहार के बच्चों का भविष्य बदलने के लिए प्रशांत किशोर के साथ काम करेंगे। डॉ. शशि यादव ने कहा, “बिहार बदल रहा है। अब तक हम लोग दूसरे के बेटे-बेटी और बहू को मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक बनाने के लिए काम करते आए हैं। अब प्रशांत किशोर के कथनानुसार हम लोग अपने बच्चों का भविष्य बदलने के लिए काम करेंगे।”

राजेश्वर मांझी ने प्रशांत किशोर की विचारधारा को गरीबों के लिए बताते हुए कहा कि बिहार अभी बदलाव की ओर बढ़ रहा है, इसलिए हम लोग प्रशांत जी के साथ चलने के लिए आगे आए हैं। लक्ष्मण मांझी ने भी कहा कि जसुपा पहली ऐसी पार्टी है, जो बिहार के बच्चों का पलायन रोकने और उन्हें आगे बढ़ाने की बात कर रही है।

चुनाव से ठीक पहले ‘हम’ पार्टी के इन महत्वपूर्ण नेताओं का सामूहिक रूप से जसुपा में शामिल होना, गया जैसे महत्वपूर्ण जिले में पार्टी के जनाधार के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

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