
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की बिहार अधिकार यात्रा का आज 5वां और अंतिम दिन है.आज शनिवार को तेजस्वी यादव वैशाली में तीन अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में जनसभाओं को संबोधित करेंगे.सबसे पहले, सुबह 12 बजे पातेपुर विधानसभा क्षेत्र के बरडीहा चौक पर तेजस्वी सभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद दोपहर 1 बजे महुआ विधानसभा के गांधी मैदान में बड़ी जनसभा करेंगे. शाम 4 बजे हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र के सेंदुआरी हाई स्कूल में तेजस्वी लोगों से संवाद करेंगे.
खूब बढ़िया चल रही है.तेजस्वी यादव अपना दमखम दिखा रहे हैं.शनिवार देर शाम तेजस्वी यादव समस्तीपुर पहुंचे थे, जहां उनके आगमन और स्वागत के लिए डांसर और गायकों को बुलाकर स्टेज पर परफॉरमेंस करवाया गया.तेजस्वी yadav अपनी यात्रा में बिहार में पलायन और बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा बता रहे हैं.यात्रा के चौथे दिन शुक्रवार को तेजस्वी यादव ने सहरसा में कहा, ‘बिहार में पलायन और बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. बिहार के सीएम अब अचेत अवस्था में हैं. उनसे बिहार नहीं चल पा रहा है. बिहार को अब एक युवा सीएम चाहिए. खटारा सरकार नहीं चलने वाली है. जिसके पास डिग्री होगी, तेजस्वी उन सबको नौकरी देगा. बिहार में बिना घूस दिए कोई काम नहीं हो रहा है.
हर जगह तेजस्वी यादव का भव्य स्वागत हो रहा है.तेजस्वी यादव के समर्थकों का जोश देखते बन रहा है. लेकिन AIMIM से गठबंधन नहीं तो वोट नहीं के नारे भी लग रहे हैं.muslim समाज AIMIM के साथ गठजोड़ की मांग कर रहा है.यात्रा के तीसरे दिन गुरुवार की रात मधेपुरा के सिंहेश्वर प्रखंड अंतर्गत झिटकिया में तेजस्वी को विरोध का सामना करना पड़ा. जब उनकी यात्रा सिंहेश्वर होते हुए मधेपुरा की ओर बढ़ रही थी, तभी बड़ी संख्या में स्थानीय मुस्लिम युवाओं नारेबाजी शुरू कर दी.युवाओं ने AIMIM से गठबंधन की मांग करते हुए कहा कि यदि RJD मुसलमानों की जनसंख्या के अनुरूप उन्हें राजनीति में प्रतिनिधित्व नहीं देगा, तो वे वोट नहीं देंगे. प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने AIMIM से ‘गठबंधन नहीं तो वोट नहीं’ के नारे लगाए.
राहुल गांधी की यात्रा में भी तेजस्वी यादव लगातार बने रहे.उनके समर्थक भी भारी संख्या में नजर आये.लेकिन उस यात्रा की खासियत ये थी कि उससे महा-गठबंधन की एकता का संदेश गया लेकिन तेजस्वी यादव की इस यात्रा को शक्ति-प्रदर्शन माना जा रहा है.इसमे घटक दलों को कोई भागेदारी नजर नहीं आ रही है.केवल आरजेडी कार्यकर्त्ता नजर आ रहे हैं.राहुल गांधी की यात्रा से इस यात्रा की तुलना नहीं की जा सकती.राहुल गांधी की यात्रा एक नॅशनल इवेंट बन गई थी.तेजस्वी यादव की यात्रा को उतना कवरेज नहीं मिल पा रहा है?