
22 सितंबर, सोमवार से नवरात्रि का त्योहार शुरू हो जाता है। मूर्ति विसर्जन को लेकर इस बार जिला प्रशासन कड़ी तैयारी में है। वहीं, शहर के अलग-अलग घाटों पर कई आर्टिफिशियल तालाब बनाए जाएंगे।
कलश स्थापना के साथ ही दुर्गा पूजा का त्योहार शुरू हो जाता है। इस बार मूर्ति विसर्जन के दौरान गंगा की स्वच्छता का बहुत ध्यान रखा जा रहा है। इसको लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। दरअसल, ऐसा पहली बार होगा जब शहर के अलग-अलग घाटों पर आर्टिफिशियल तालाब(10) बनाए जाएंगे। वहीं, नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा- “निगम का लक्ष्य नदी में प्रदूषण को रोकना है। इसके साथ ही त्योहारों के दौरान शहर को साफ-सुथरा रखना भी जरूरी है। इसके लिए सभी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है”।
दुर्गा पूजा के लिए आर्टिफिशियल तालाबों की सूची:
पाटलिपुत्र अंचल: दीघा घाट, पाटीपुल घाट
पटना सिटी अंचल: कंगन घाट, किला घाट, दमराही घाट
अजीमाबाद अंचल: भद्र घाट (पूर्वी), भद्र घाट (पश्चिमी), चित्रगुप्त तालाब, गाय घाट
लक्ष्मी पूजा के लिए आर्टिफिशियल तालाबों की सूची:
अजीमाबाद अंचल: भद्र घाट, महावीर घाट
पाटलिपुत्र अंचल: दीघा घाट
गौरतलब है कि प्रतिमा विसर्जन के लिए पहले ही पटना नगर निगम ने निर्धारित जगह तय कर दिया है। बता दें, इसके अलावा कहीं भी विसर्जन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। और साथ में भारी जुर्माना भी वसूला जाएगा। इसके लिए निगम की तरफ से सभी नागरिकों और पूजा समितियों को जागरूक किया जाएगा। वहीं, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य प्लास्टिक मुक्त बनाना है। घाटों पर नगर निगम की विशेष जागरूकता टीमें भी मौजूद रहेंगी। यह टीमें लोगों को प्लास्टिक रैपर, पॉलीथिन और अन्य सामग्री के उपयोग न करने के लिए प्रेरित करेंगी।
