
जन सुराज पार्टी के नेता और चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। शुक्रवार को आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और जेडीयू के वरिष्ठ मंत्री अशोक चौधरी पर 200 करोड़ रुपये से अधिक की बेनामी संपत्ति इकट्ठा करने का गंभीर आरोप लगाया। इन आरोपों में उन्होंने चौधरी की सांसद बेटी शांभवी चौधरी, दामाद सायन कुणाल, और समधन अनिता कुणाल को भी शामिल किया है।
पीके ने अशोक चौधरी को “नीतीश कुमार का दाहिना हाथ” बताते हुए उन्हें सबसे भ्रष्टतम नेता करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि शांभवी की सगाई और शादी के बीच, अशोक चौधरी के परिवार और उनके समधन से जुड़े “मानव वैभव विकास ट्रस्ट” के नाम पर 38 करोड़ रुपये से अधिक की पांच जमीनें खरीदी गईं। ये जमीनें पटना में हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जिस ट्रस्ट के पास पहले एक करोड़ की भी संपत्ति नहीं थी, उसके पास अचानक इतनी बड़ी जमीनें खरीदने के लिए पैसा कहां से आया।
पीके ने दावा किया कि चौधरी ने बेनामी संपत्ति खरीदने के लिए एक जटिल तरीका अपनाया। उन्होंने 2019 में चौधरी के पीए रहे योगेंद्र दत्त के नाम पर 34 लाख रुपये की एक जमीन खरीदी, और दो साल बाद, 2021 में, उसी जमीन को 34 लाख रुपये में शांभवी चौधरी के नाम कर दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि 2021 में चौधरी ने दत्त को केवल 10 लाख रुपये ट्रांसफर किए और बाकी का 24 लाख रुपये का भुगतान आयकर विभाग की पूछताछ के बाद अप्रैल 2025 में किया गया। पीके ने इसे बेनामी संपत्ति का एक “क्लासिक उदाहरण” बताया।
प्रशांत किशोर के इन आरोपों पर शांभवी चौधरी ने एक यूट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान पलटवार किया है। उन्होंने पीके के आरोपों को “निंदनीय”, “दुर्भाग्यपूर्ण” और “बेबुनियाद” बताया। शांभवी ने कहा कि प्रशांत किशोर बिहार की राजनीति को खराब कर रहे हैं और यह उनके अहंकार को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राजनीति का उद्देश्य संवाद और प्रदेश का विकास करना होता है, न कि हर किसी को नीचा दिखाना। शांभवी ने कहा कि प्रशांत किशोर बिहार के लिए कुछ अच्छा करने नहीं आए हैं, बल्कि अपनी “खूटनीति” से बिहार को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
जब शांभवी से 200 करोड़ की संपत्ति के आरोप के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर ने खुद स्वीकार किया है कि उनके पास इसका कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर पीके अपने किसी भी आरोप को साबित कर देते हैं, तो वह जवाब देंगी। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पिता, पति और उनकी अपनी संपत्ति सार्वजनिक है और ऑनलाइन उपलब्ध है, जिसे कोई भी देख सकता है। शांभवी ने कहा कि उनका परिवार प्रशांत किशोर के खिलाफ मानहानि की कार्रवाई करेगा, क्योंकि वह इस तरह से उनके परिवार को बदनाम नहीं कर सकते।