
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। इस बीच, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुखिया चिराग पासवान ने गठबंधन के सामने एक बड़ी शर्त रख दी है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वह ऐसी सीटें चाहते हैं जिन पर उनकी जीत का स्ट्राइक रेट 100% हो, ठीक वैसे ही जैसे लोकसभा चुनाव में रहा था।
चिराग पासवान ने एक यूट्यूब चैनल से बातचीत में कहा कि उनके लिए सीटों की संख्या से ज्यादा उसकी गुणवत्ता (quality) मायने रखती है। उन्होंने कहा, “मैं लोकसभा की तरह ही विधानसभा में भी वैसी सीटों को लेना चाहूंगा जिस पर शत प्रतिशत स्ट्राइक रेट दूं। लोकसभा में हमारा स्ट्राइक रेट 100% था। विधानसभा में भी मैं इसे 100% रखना चाहता हूं। मेरे लिए दो सीटें कम-ज्यादा मायने नहीं रखतीं, लेकिन वो सीटें मायने रखती हैं जो मैं शत प्रतिशत जीत कर गठबंधन को दे सकूं।” उन्होंने यह भी कहा कि सीटों का बंटवारा इसी आधार पर होना चाहिए।
लोकसभा चुनाव के नतीजों का बार-बार जिक्र क्यों?
चिराग पासवान लगभग हर मंच से 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हैं। वह अपने गठबंधन के सहयोगियों को यह याद दिलाते हैं कि बिहार में उनका स्ट्राइक रेट सबसे बेहतर था। लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी को मिली पांचों सीटों पर उनके उम्मीदवारों ने बड़ी जीत दर्ज की थी। इसी वजह से चिराग बार-बार 100% स्ट्राइक रेट की बात करते हैं। यह एक तरह का दबाव बनाने की रणनीति है ताकि विधानसभा चुनाव में उन्हें मन मुताबिक सीटें मिल सकें।
क्या हो सकता है NDA में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला?
बिहार में NDA के पांच प्रमुख दलों के बीच कुल 243 सीटों का बंटवारा होना है। सभी दलों की चाहत है कि वे अधिक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ें। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच भी करीब 20 मिनट तक मुलाकात हुई थी, जिसमें सीट बंटवारे पर भी चर्चा होने की संभावना है।
NDA में सीट बंटवारे का जो संभावित फॉर्मूला सामने आ रहा है, उसके मुताबिक JDU 102 सीटों पर, BJP 101 सीटों पर, LJP (रामविलास) 28 सीटों पर, HAM 7 सीटों पर और RLM 5 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। हालांकि, चिराग पासवान की इस नई शर्त के बाद, इस फॉर्मूले में बदलाव भी हो सकता है।
