
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSRTC) ने यात्रियों के लिए बस यात्रा को और सुविधाजनक बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब, बसों में सफर के दौरान नकदी की झंझट हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी। भागलपुर परिवहन निगम ने पूर्णिया रूट पर चलने वाली अपनी दो बसों में ई-टिकटिंग मशीन की शुरुआत कर दी है, जिससे यात्री अब डिजिटल भुगतान जैसे डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, फोनपे या गूगल पे का उपयोग करके किराया दे सकते हैं।
निगम के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक अमित कुमार श्यामला ने बताया कि यह कदम कंडक्टरों द्वारा मनमाने भाड़े वसूलने की पुरानी समस्या को खत्म कर देगा। इस नई व्यवस्था से यात्रियों को एक पारदर्शी और विश्वसनीय सेवा मिलेगी, जिससे उनका सफर और भी सुखद होगा।
डिजिटल क्रांति की शुरुआत
यह पहली बार है जब BSRTC ने अपनी बस सेवाओं में कैशलेस पेमेंट को शामिल किया है। फिलहाल यह सुविधा भागलपुर-पूर्णिया रूट पर शुरू की गई है, जिसे धीरे-धीरे राज्य के अन्य सभी रूट्स पर भी लागू किया जाएगा। निगम ई-टिकटिंग मशीनों को अपडेट कर रहा है, जिसमें सभी रूट्स, किराया और अन्य आवश्यक जानकारी अपलोड की जा रही है। साथ ही, कंडक्टरों को भी इस नई तकनीक का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो।
यात्रियों ने इस पहल का गर्मजोशी से स्वागत किया है। कई यात्रियों ने बताया कि पहली बार डिजिटल माध्यम से टिकट लेना बहुत ही आसान और तेज था। एक यात्री ने कहा, “पहले हाथ से टिकट काटने में काफी समय लगता था, लेकिन अब मशीन से तुरंत टिकट मिल जाता है, जो एक नया और रोमांचक अनुभव है।” यह सुविधा उन यात्रियों के लिए एक वरदान है जो अक्सर अपने पास नकदी रखना भूल जाते हैं या डिजिटल पेमेंट करना पसंद करते हैं।
परिवहन व्यवस्था में सुधार
BSRTC का यह कदम प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया अभियान को भी बढ़ावा देता है। यह पहल निगम की अन्य सेवाओं, जैसे पिंक बस सेवा, के साथ मिलकर बिहार की परिवहन व्यवस्था को और मजबूत करेगी। भागलपुर और पूर्णिया जैसे जिलों में हर दिन हजारों लोग यात्रा के लिए बसों पर निर्भर रहते हैं। उनके लिए यह नई सुविधा एक बहुत बड़ी राहत लेकर आई है।
उम्मीद है कि जल्द ही ई-टिकटिंग और डिजिटल भुगतान की यह सुविधा बिहार के सभी प्रमुख मार्गों पर उपलब्ध हो जाएगी, जिससे राज्य में सार्वजनिक परिवहन का चेहरा बदल जाएगा और यात्रियों को बेहतर सेवा मिल पाएगी।