

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बुधवार को ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुखिया बबीता कुमारी के घर छापा मारा है। अवैध शराब और काले धन के मामले में कार्रवाई किया गया है। वहीं आज सुबह ईडी ने देवर को भी गिरफ्तार करके पटना भेज दिया है। आइए जानते है पूरा मामला।
दरअसल, बुधवार को ईडी ने मुजफ्फरपुर, हरियाणा समेत कई जगहों पर एक साथ छापेमारी की। जिसके कारण कई जगहों पर हड़कंप मच गया। इसमें मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड के विष्णुपुर बघनगरी पंचायत की मुखिया बबीता कुमारी के घर पर प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने शिकंजा कसा है। उन पर अवैध शराब तस्करी और उससे अर्जित काली कमाई के मामले को लेकर बड़ी कार्रवाई की गई है। ED ने लगभग 14 घंटे तक घर की तलाशी ली और अवैध कमाई का निवेश जमीन खरीद, पंचायत योजनाओं और अन्य संपत्तियों का जांच-पड़ताल किया। वहीं, कल रात मुखिया के देवर सुजीत मिश्रा को हिरासत में लेकर टीम मुजफ्फरपुर से पटना के लिए रवाना हो गई। इन पर शराब तस्करी और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगा है। साथ ही ED ने मुखिया के घर से जमीन से जुड़े कागजात, बैंक खातों का विवरण, पंचायत योजनाओं के दस्तावेज और डिजिटल डेटा सीज किया है। वहीं, कार्रवाई के बाद मुखिया बबिता ने कहा, ‘मेरे और मेरे पति के ऊपर कोई आरोप नहीं है। मेरी छवि को खराब करने के लिए इस तरह का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। ईडी ने मुझसे किसी तरह की पूछताछ नहीं की है। सिर्फ देवर से पूछताछ हुई है। और ईडी की टीम चली गई है।’
गौरतलब है कि मुखिया बबिता कुमारी को स्वच्छ भारत मिशन के तहत पंचायत में उत्कृष्ट कार्य के कारण 2 अक्टूबर,2022 को राष्ट्रपति ने सम्मानित किया। ये साल 2021 में पहली बार मुखिया बनी हैं। हालांकि, मुखिया पति बबलू मिश्रा और उनके भाई पर शराब तस्करी के कई केस दर्ज हैं। इस अवैध धंधे से उन्होंने करोड़ों की संपत्ति बनाई है। इसके जवाब में मुखिया ने सफाई देते हुए कहा कि मेरे और मेरे पति के ऊपर कोई आरोप नहीं है। ईडी ने मुझसे किसी तरह की पूछताछ नहीं की है। इसके अलावा राम मंदिर उद्घाटन के दौरान मुखिया और इनकी पंचायत की ओर से गोबर से बने 21000 दीये अयोध्या भेजने के कारण भी चर्चा में आई थी।
