
बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह को शूटआउट केस में जमानत मिल गई है। उन्हें बहुचर्चित सोनू-मोनू हत्याकांड केस में पटना हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। वो लगभग 7 महीने से सलाखों के पीछे थे। वहीं, आज रात उन्हें जेल में ही गुजारनी पड़ेगी।
दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व विधायक अनंत सिंह के लिए राहत की खबर है। उन्हें सोनू-मोनू फायरिंग मामले में मंगलवार को पटना हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। वो पिछले 7 महीने से पटना के बेऊर जेल में बंद थे। निचली अदालत से जमानत न मिलने पर उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अब हाईकोर्ट की तरफ से उन्हें बेल मिल गई है। हालांकि, आज मंगलवार की रात उन्हें जेल में ही काटना पड़ेगा। ऐसे में आज उनके समर्थन में खुशी का माहौल है और वो रिहाई को लेकर समर्थक एक-दूसरे को मिठाई बांट रहे हैं।
गौरतलब है कि यह पूरा मामला 22 जनवरी,2025 के मोकामा के पंचमहला थाना क्षेत्र के नौरंगा-जलालपुर गांव का है। पुलिस के मुताबिक, इसके पीछे 65 लाख के लेन-देन का विवाद है। मुकेश लखीसराय जिले के खुटहा गांव स्थित चिमनी में मुंशी का काम करता था। उसमें सोनू-मोनू पार्टनर थे। इसी चिमनी संचालन में लेन-देन का विवाद शुरू हो गया। जिसके बाद सोनू और मोनू ने मिलकर मुकेश सिंह के घर पर ताला लगा दिया था। फिर मुकेश ने विधायक अनंत सिह की मदद मांगी थी। उसके बाद अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ जलालपुर पहुंचे थे। मुकेश सिंह के घर का ताला तोड़ दिए थे। इसी दौरान सोनू-मोनू से उनकी बहस हो गई और तभी दोनों पक्षों के बीच जोरदार फायरिंग हुई थी। वहीं, 24 जनवरी को पचमला थाना पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार किया था। उसी दिन अनंत सिंह ने बाढ़ कोर्ट में सरेंडर किया था। इस गोलीबारी का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसके आधार पर मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह पर आर्म्स एक्ट, हत्या की कोशिश, सरकारी काम में बाधा और मारपीट जैसी धाराओं में केस दर्ज किया गया था।
