1991 बैच के आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत को बिहार का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है. बिहार सरकार ने सामान्य प्रशासन विभाग के माध्यम से 4 अगस्त को अधिसूचना जारी कर 1991 बैच के आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत को नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है. 1 सितंबर 2025 से अमृत लाल मीणा की जगह यह जिम्मेदारी संभालेंगे.प्रशासनिक दक्षता, पारदर्शिता और संवेदनशील नेतृत्व के लिए वे पूरे देश में जाने जाते हैं. उनकी नियुक्ति की घोषणा 1989 बैच के आईएएस और वर्तमान मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा के 31 अगस्त के रिटायरमेंट से 27 दिन पहले कर नीतीश सरकार ने किसी भी तरह की कयासबाजियों और अटकलबाजियों को खत्म कर दिया है.
प्रत्यय अमृत ने अपने 34 साल के करियर में बिहार के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया है. कटिहार के डीएम रहते उन्होंने जिला अस्पताल को पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत नया रूप दिया. सिमडेगा में अनुमंडल दंडाधिकारी के रूप में उन्होंने जुआ रैकेट का भंडाफोड़ कर सुशासन की मिसाल कायम की. सड़क, बिजली और ग्रामीण विकास जैसे क्षेत्रों में उनके प्रयासों ने बिहार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया.2006 में प्रत्यय अमृत बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के पहले आईएएस अध्यक्ष बने. उस समय निगम वित्तीय और प्रबंधकीय संकट से जूझ रहा था. उनके नेतृत्व में निगम ने न केवल वित्तीय स्थिरता हासिल की, बल्कि पूरे राज्य में सड़कों और फ्लाईओवरों का जाल बिछाया. उनके कार्यकाल में बिहार में सड़क संपर्क और ग्रामीण विद्युतीकरण को गति मिली जिसने लाखों लोगों के जीवन को आसान बनाया.

कोविड-19 महामारी के दौरान प्रत्यय अमृत ने स्वास्थ्य विभाग की कमान संभाली. टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने, अस्पतालों में बेड की व्यवस्था और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने में उनकी भूमिका अहम रही. आपदा प्रबंधन विभाग में भी उन्होंने बाढ़ और बारिश जैसे संकटों में त्वरित कार्रवाई कर लोगों को राहत पहुंचाई. 2025 में 409 मिमी बारिश के दौरान उनकी सतर्कता ने स्थिति को नियंत्रण में रखा.बिहार के नए मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत नीतीश कुमार के विश्वासपात्र अधिकारियों में से एक हैं.प्रत्यय अमृत को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सबसे विश्वसनीय अधिकारी माना जाता है. उनकी पारदर्शी कार्यशैली, नवाचार यानी इनोवेशन और जमीनी स्तर पर पकड़ ने उन्हें नीतीश कुमार का दायां हाथ बनाया है. 2011 में उन्हें प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया जो उनकी प्रशासनिक दक्षता का प्रमाण है. नीतीश सरकार की कई सफल योजनाओं में उनकी रणनीति और क्रियान्वयन का योगदान रहा है.
प्रत्यय अमृत ने कटिहार, सारण जैसे जिलों में डीएम के रूप में विकास कार्यों को गति दी. उनकी दूरदृष्टि और कार्यान्वयन की क्षमता ने उन्हें 2011 में PM अवॉर्ड दिलाया. बिहार के विकास में उनके योगदान को देखते हुए उनकी मुख्य सचिव की नियुक्ति को ऐतिहासिक माना जा रहा है.1991 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी प्रत्यय अमृत बिहार के गोपालगंज जिले के हथुआ सब डिविजन के भरतपुरा गांव के मूल निवासी हैं. उनके पिता रिपुसूदन श्रीवास्तव, बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर और भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में पूर्व कुलपति थे. उनकी माता, कविता वर्मा भी एक प्रख्यात व्याख्याता थीं. प्रत्यय की पारिवारिक पृष्ठभूमि शिक्षा और बौद्धिकता से परिपूर्ण रही जिसने उनकी करियर यात्रा को गहरी नींव प्रदान की.
प्रत्यय अमृत की एक बहन, प्रज्ञा रिचा मध्य प्रदेश में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) के पद पर कार्यरत आईपीएस अधिकारी हैं. उनका बड़ा भाई, प्रतीक प्रियदर्शी भारतीय संबद्ध सेवा (Allied Services) में चयनित होने के बाद बीमा क्षेत्र में अधिकारी रहे और वर्तमान में ग्रेटर नोएडा के बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी (BIMTECH) में एसोसिएट प्रोफेसर हैं.प्रत्यय अमृत ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से स्नातक और प्राचीन इतिहास में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की जहां वे टॉपर रहे.उन्हें श्री वेंकटेश्वर कॉलेज, नई दिल्ली में व्याख्याता का पद ऑफर हुआ था, लेकिन उन्होंने सिविल सेवा को चुना और अपने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास कर आईएएस बने. उन्होंने अपनी दिल्ली विश्वविद्यालय की सहपाठी रत्ना से विवाह किया. इस दंपति के दो बच्चे हैं-एक बेटी और एक बेटा है.