
पहलीबार एक बेटी ने अपने पिता और भाइयों से बदला लेने की कसम खाई है.दरभंगा मेडिकल कॉलेज की छात्रा तन्नु प्रिया ने ऐलान किया है कि वह अपने हाथों से अपने पिता और भाइयों की हत्या कर देगी. दरभंगा DMCH कैंपस में मंगलवार की शाम बीएससी नर्सिंग स्टूडेंट राहुल कुमार (24) की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. घटना को तन्नु प्रिया के पिता प्रेमशंकर झा (45) ने ही अंजाम दिया. राहुल ने तन्नु प्रिया(19) से लव मैरिज की थी.राहुल कुमार सेकेंड सेमेस्टर का छात्र था. चार महीने पहले फर्स्ट सेमेस्टर की छात्र तन्नू प्रिया (22) से लव मैरिज की थी. इंटर कास्ट मैरिज से लड़की के परिजन नाराज थे. मृतक राहुल की पत्नी तन्नु प्रिया ने कहा है कि उसके पिता और दोनों भाइयों को फांसी की सजा होनी चाहिए. अगर नहीं हुआ तो 4 सिंतबर को मेरे बर्थडे है, उसके बाद मैं तीनों का मर्डर कर दूंगी.
तन्नू प्रिया ने आगे कहा कि, आई डोन्ट केयर ऑफ माई लाइफ. मैं सुसाइड कर लूंगी और इसका एकमात्र कारण प्रशासन होगा. क्योंकि प्रशासन की लापरवाही से उसके पति की जान गई है. पति की जिसने हत्या की उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया. मेरे कॉलेज की जो प्रिंसिपल है गुड़िया देवी उसके अंडर में बेता थाना है. वो पैसा फेंकती है और सामने वाला सारा काम कर देता है.मेरे पिता के दोस्त विजय खान, विनोद खान, मेरी मां कुंदन कुमारी, दादी अरुण देवी, चचेरी बहन प्रीति कुमारी, उसके पति सनी आनंद इन सभी को आजीवन कारावास की सजा दी जाए. इन लोगों ने मुझे सामने से धमकाया था. मेरे पिता ने मेरे पति की हत्या कर दी.तन्नु ने बताया कि, राहुल की हत्या के बाद पुलिस ने मेरे ससुर से स्टेटमेंट लिया और प्राथमिकी दर्ज की गई. मुझे स्टेटमेंट देना था, लेकिन मुझे पुलिस ने इजाजत नहीं दी. मेरा स्टेटमेंट लिया ही नहीं गया, जबकि मैं आई-विटनेस थी.
‘गोली लगने के बाद मेरा पति दौड़ता हुआ आया और मेरी थाई पर आकर सो गया. उसके बाद से मैंने उसकी आवाज नहीं सुनी. इतने सारे उसके दोस्त थे, वहां पर लेकिन वो कहीं नहीं गया, मेरी गोद में आकर लेट गया. मुझसे बहुत ज्यादा प्यार करता था, लेकिन मैं उसे नहीं बचा पाई.’तन्नू प्रिया ने आगे बताया कि, ‘मेरे पेरेंट्स को लगा कि वो अपनी मंशा में हार गए.वो मेरा करियर नहीं बर्बाद कर सके. उनके अंदर गुस्सा था कि उनकी ब्राह्मण बेटी लोअर कास्ट के लड़के के साथ कैसे भाग गई. 19 मई को मेरी कॉलेज के प्रिंसिपल गुड़िया देवी ने मेरे सास-ससुर को बुलाया था.’मेरी प्रिंसिपल लगातार मेरे पिता के टच में थी. वो जात से भूमिहार हैं. ऑफिस में मेरे पति को बुलाकर कहा कि, तुम्हें तो खुशी होगी. ऊंचे कास्ट की लड़की मिल गई है. मुझे बोली की मेरा बच्चा अगर ऐसा निकलता तो तुम्हें तो छोड़ दिया गया था, लेकिन मैं तो मार देती. हमलोग हर चीज सहे, क्योंकि हम दोनों को वहां जॉइन करना था.’
तन्नू ने कहा कि ‘5 अगस्त को कैंपस में मेरे पिता-भाई घूसे. उस समय मेरे पति अपने हॉस्टल के पास खड़े होकर तीन दोस्त से बात कर रहे थे. इस दौरान मैं उनके साथ ऑडियो कॉल पर थी. हालांकि, वो 30 मीटर की दूरी पर मुझे दिख रहे थे.’धीरे-धीरे मैं उनकी तरफ बढ़ रही थी और हॉस्टल में एंट्री करने वाली थी. तभी मुझे आवाज आई कि ये बुलेट किसकी है. 3-4 बार यही आवाज आई. जैसे ही मैंने पीछे मुड़ कर देखा, मेरे पिता ने राहुल पर गोली चला दी.”राहुल की हत्या के बाद मैं पुलिस से बार-बार कह रही थी कि मुझे मेरे पति के पास रहने दो, लेकिन वो लोग नहीं माने. मैं चुपचाप मौके पर खड़ी थी. इसके कुछ देर बाद मेरे पति के दोस्त ने मुख्य आरोपी को मेरे सामने लाकर खड़ा कर दिए.’जब उनके चेहरे से मास्क हटाया तो मैं शॉक हो गई. मैंने तुरंत चिल्ला कर कहा, ये तो मेरे पापा हैं. मेरा बाप ने मेरे पति को मार दिया.’

