
पटना के पारस हॉस्पिटल में दिनदहाड़े हुई हत्या की वारदात ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना के बाद, पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। पप्पू यादव ने सीधे तौर पर बिहार सरकार और पुलिस प्रशासन पर हमला बोला है।
गुरुवार को पारस हॉस्पिटल पहुंचे पप्पू यादव को पुलिस ने अंदर जाने से रोक दिया, जिसके बाद उनकी पुलिसकर्मियों से हल्की बहस भी हुई। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि “अब कुछ बचा है न नर्स सुरक्षित, न डॉक्टर। अब कुछ बाकी है बिहार में? 200 मीटर पर बिहार पुलिस मुख्यालय, बगल में थाना, क्या बच गया है कुछ?” उनका यह बयान राजधानी के बीचों-बीच हुए इस जघन्य अपराध पर उनकी गहरी चिंता को दर्शाता है।
पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि बिहार के तेरह करोड़ लोगों के जीवन पर हमला हो रहा है और नेता केवल “नेतागिरी” कर रहे हैं। सांसद ने नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “अभी कोई शासन बचा है?” उन्होंने सीधे तौर पर बिहार सरकार पर माफिया को पालने का आरोप लगाया। पप्पू यादव के अनुसार, नीतीश कुमार अब सरकार नहीं चला रहे हैं, बल्कि “सो चुके हैं” और सरकार बीजेपी और मुख्यालय के पदाधिकारी चला रहे हैं।
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए पप्पू यादव ने कहा कि वह राज्यपाल से बात करेंगे और उनसे बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करेंगे। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब बिहार में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है और आम जनता के बीच असुरक्षा का माहौल बन रहा है। इस घटना ने पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगा दिया है, खासकर जब यह वारदात एक अति-सुरक्षित क्षेत्र में हुई है।
