
मुजफ्फरपुर में एक दिल दहला देने वाला और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में 6-7 जुलाई की रात पीआरएस कर्मी मोहम्मद मुमताज अहमद की हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस हत्या को किसी और ने नहीं, बल्कि मुमताज की पत्नी शबा फिरदौस ने ही अंजाम दिया था। पुलिस ने शबा को 13 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया है।
शक, घरेलू हिंसा और खूनी साजिश:
एसएसपी सुशील कुमार ने बताया कि शबा को शक था कि उसके पति मुमताज का किसी और महिला से संबंध है। शबा ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी मुमताज से 2012 में हुई थी और उनके तीन बच्चे हैं। कुछ साल तक सब ठीक रहा, लेकिन 2022 में मुमताज का किसी और महिला से अफेयर शुरू हो गया। शबा ने दावा किया कि जब उसने इस पर सवाल उठाया तो मुमताज हर बार इनकार करते थे, लेकिन उसने उन्हें कई बार उस महिला से बात करते पकड़ा।
शबा ने यह भी बताया कि उसने बीपीएससी और यूपीएससी की परीक्षा दी है और हमेशा एक अधिकारी बनने का सपना देखती थी। लेकिन जब उसने मुमताज के अफेयर का विरोध किया, तो वह उसे नियमित रूप से पीटने लगा। शबा ने कहा, “मैं सब कुछ से थक चुकी थी।” घरेलू हिंसा से खुद को बचाने और नज़र रखने के लिए, शबा ने घर के अंदर सीसीटीवी कैमरे भी लगवाए थे। हिंसा से तंग आकर उसने मुमताज को मारने का मन बना लिया था। उसने सोचा था, “मैं एक दिन अधिकारी बनूँगी और बच्चों को अकेले पालूंगी।”
गूगल, यूट्यूब और क्राइम शो से सीखी हत्या की तकनीक:
पुलिस को दिए बयान में शबा ने जो खुलासा किया है, वह बेहद चौंकाने वाला है। उसने बताया कि उसने हत्या को अंजाम देने का तरीका सीखने के लिए यूट्यूब वीडियो और क्राइम सीरियल देखने शुरू कर दिए थे। उसने अपनी पसंद के तरीकों के हस्तलिखित नोट्स भी बनाए। शबा ने कबूल किया, “मैं गूगल पर सर्च करती थी- किसी को कैसे मारें। मैंने जो तरीके उपयुक्त पाए, उनका विवरण लिख लिया।” उसने अपने घर की दीवार पर यह संदेश भी लिखा था: “मैं हार मानती हूं, लेकिन एक बड़ा खेल खेलूंगी।”
कत्ल की खूनी रात:
शबा ने बताया कि हत्या 7 जुलाई की रात को हुई। “बच्चे मेरे पास सो रहे थे। मुमताज दूसरे कमरे में सो रहे थे। मैंने रसोई का चाकू लिया और उनके कमरे में गई। मैंने उन्हें 17 बार तब तक चाकू मारा जब तक उनकी मौत नहीं हो गई। फर्श पर खून ही खून था। फिर मैं चुपचाप अपने कमरे में लौट आई।”
संदिग्ध बयान और गिरफ्तारी:
एसएसपी सुशील कुमार ने बताया कि शुरुआत में शबा के बयान लगातार बदल रहे थे, जिससे पुलिस को उस पर शक हुआ। पहले उसने कहा कि बिजली गुल होने पर वह जागी और मुमताज को खून से लथपथ पाया। बाद में उसने दावा किया कि अपराधी घर में घुस आए, उसे चाकू की नोक पर रखा, उसके पति को मार डाला और अलमारी से कीमती सामान लूट लिया। पुलिस ने शुरुआती तौर पर इसे डकैती का मामला माना था क्योंकि नकदी, गहने और सीसीटीवी फुटेज गायब थे। हालांकि, खून से सना चाकू और घर में घुसने के तरीके ने एक सुनियोजित हत्या का सुझाव दिया।
पुलिस ने शबा के फोन की जांच की और पुष्टि की कि उसने गूगल पर हत्या की तकनीकें खोजी थीं और यूट्यूब पर क्राइम शो के एपिसोड देखे थे। जांचकर्ता अब शबा द्वारा इन शो को देखते हुए बनाए गए नोट्स का विश्लेषण कर रहे हैं। मुमताज का फोन रेलवे ट्रैक के पास से बरामद हुआ है। हत्या के दिन, शबा ने पुलिस को गुमराह करने के लिए रोने और बेहोश होने का नाटक भी किया और लगातार “मार डाला, मार डाला!” चिल्लाती रही।