गोपाल खेमका हत्याकांड पर बिहार DGP की प्रेस कॉन्फ्रेंस, सुरक्षा हटाने के मामले की जांच जारी
बिहार,DGP की प्रेस कॉन्फ्रेंस

पटना गोपाल खेमका हत्याकांड को लेकर बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) ने एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 22 दिसंबर 2018 को गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हत्या हाजीपुर (वैशाली) में हुई थी। इस मामले की जांच तेजी से करते हुए महज एक महीने के अंदर अपराध का उद्भेदन किया गया और 30 जनवरी 2019 को चार अभियुक्तों के विरुद्ध आरोप पत्र समर्पित कर दिया गया था।
DGP ने यह भी बताया कि उस समय तत्कालीन पुलिस महानिदेशक (DGP) स्वयं घटनास्थल पर पहुंचे थे और पूरे मामले की गंभीरता से निगरानी की गई थी। गुंजन खेमका की हत्या के बाद उनके परिजनों को सुरक्षा दी गई थी, जो लगभग छह वर्षों तक यानी अप्रैल 2024 तक प्रभावी रही।
हालांकि, अप्रैल 2024 के बाद गोपाल खेमका को सुरक्षा नहीं दी गई थी। इस पर सवाल उठते हुए DGP ने कहा कि इस पहलू की गहन जांच की जा रही है। एक सूचना सामने आई है कि संभवतः गोपाल खेमका ने खुद सुरक्षा हटवाने की इच्छा व्यक्त की थी। इसकी भी पुष्टि की जा रही है कि उन्होंने लिखित या मौखिक रूप से सुरक्षा न लेने की बात कही थी या नहीं।
DGP ने साफ किया कि “छह वर्षों तक सुरक्षा दी गई थी, लेकिन आखिर क्यों सुरक्षा हटाई गई – यह एक गंभीर सवाल है, जिसकी पूरी जांच की जा रही है।” उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस मामले में कोई भी तथ्य छिपाया नहीं जाएगा और निष्पक्ष जांच कर दोषियों को जल्द पकड़ा जाएगा। यह बयान ऐसे समय आया है जब राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है, और यह हत्याकांड सुर्खियों में बना हुआ है।
